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    'पाजलुस्ता' पुतिन, भारत ने बिछाए पलक पांवड़े; पीएम मोदी ने प्रोटोकोल तोड़कर रूसी राष्ट्रपति का किया स्वागत

    Updated: Thu, 04 Dec 2025 11:30 PM (IST)

    रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर उनका स्वागत किया। दोनों नेताओं ने रात्रिभोज पर द्विपक्षीय और ...और पढ़ें

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    प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोटोकोल तोड़कर रूसी राष्ट्रपति का हवाई अड्डे पर किया स्वागत (फोटो सोर्स- एएनआई)

    जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने बहुप्रतीक्षित भारत दौरे पर पहुंच चुके हैं। यूक्रेन युद्ध शुरू होने और दुनिया के भू-राजनीतिक समीकरण में 360 डिग्री बदलाव के साथ भारत के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ तल्खी भरे रिश्तों के बीच उनकी इस यात्रा पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं।

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    अपने सदाबहार दोस्त को यहां पाकर भारतीय जनमानस आह्लादित है। 27 घंटे के पुतिन के इस दौरे पर पहुंचने के बाद सामान्य प्रोटोकाल तोड़कर भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पालम एयरपोर्ट पर पहुंचकर उनकी आगवानी करना और उनसे गले मिलना, देशवासियों के उन्हीं मनोभावों की अभिव्यक्ति है।

    राष्ट्रपति पुतिन के स्वागत में पूरा देश उत्साहित है। कहीं यज्ञ, कहीं हवन तो कहीं भारत-रूस मित्रता की कहानियां कही-सुनी जा रही हैं। सचमुच पूरा देश कह रहा है 'पाजलुस्ता' राष्ट्रपति पुतिन यानी राष्ट्रपति पुतिन आपका हमारे देश में स्वागत है।चार वर्षों बाद भारत की ऐतिहासिक यात्रा पर पहुंचे पुतिन का भव्य स्वागत किया गया। शाम 6.45 बजे उनका विमान दिल्ली स्थित पालम एयरपोर्ट पर उतरा।

    साथ में किया डिनर

    इसके बाद दोनों नेता जापानी कार कंपनी टोयोटा की एसयूवी से एक साथ हवाई अड्डे से निकले। कुछ ही देर बाद राष्ट्रपति पुतिन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी सात, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आधिकारिक आवास पर पहुंचे। यहां पर दोनों नेताओं ने कुछ गिने चुने अधिकारियों के साथ रात्रि भोज किया।

    पुतिन का स्वागत करने के बाद मोदी ने 'एक्स' पर लिखा कि, 'अपने मित्र पुतिन का भारत में स्वागत करके काफी खुशी हुई। आज शाम और कल हमारे बीच होने वाले विमर्श का मैं इंतजार कर रहा हूं। भारत-रूस की मित्रता समय की कसौटी पर खरी उतरी है और इसने हमारे दोनों देशों के लोगों को बहुत लाभ पहुंचाया है।'

    मोदी और पुतिन के बीच रात्रिभोज के दौरान होने वाली बातचीत के बारे में देर रात खबर लिखे जाने तक आधिकारिक या गैर-आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन बताते हैं कि इस दौरान मोदी और पुतिन के बीच भारत-रूस संबंधों से जुड़े मुद्दों के अलावा अन्य बहुराष्ट्रीय समसामयिक मुद्दों पर चर्चा हुई। साथ ही शुक्रवार को होने वाले 23वें भारत-रूस सालाना सम्मेलन में होने वाले कुछ समझौतों को अंतिम रूप दिया गया।

    विदेश मंत्रालय की तरफ से यही बताया गया कि दोनों नेताओं ने जुलाई, 2024 में भी सालाना शिखर सम्मेलन से पहले निजी तौर पर आपसी बातचीत की थी। यही नहीं शंघाई सहयोग संगठन की चीन के तियानजिन में हुई बैठक के दौरान भी पुतिन की कार में दोनों नेताओं ने एक साथ यात्रा की थी और काफी देर तक कार के अंदर ही विमर्श किया।

    राष्ट्रपति पुतिन की यह भारत यात्रा मौजूदा वैश्विक हालात और भारत-अमेरिका संबंधों की वर्तमान स्थिति को देखते हुए अहम है। यूक्रेन से युद्ध के बाद भारत ने रूस से काफी ज्यादा मात्रा में कच्चे तेल की खरीद की है। इससे अमेरिका व यूरोपीय देश काफी नाराज हैं। उनका कहना है कि भारत जो भुगतान करता है उसका इस्तेमाल रूस यूक्रेन के विरुद्ध युद्ध में करता है। जबकि भारत का कहना है कि वह अपनी ऊर्जा सुरक्षा को देखते हुए जहां से भी जरूरत होगी, वहां से तेल व गैस की खरीद करेगा।

    इस वजह से ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय आयात पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगा रखा है। भारत व अमेरिका के रिश्तों में तनाव की वजह भी यही है। इसके बावजूद भारत ने राष्ट्रपति पुतिन का भव्य स्वागत करके यह संकेत दिया कि वह अपने रणनीतिक हितों को लेकर बाहरी दबाव में नहीं आता।विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि रात्रिभोज के दौरान हुई चर्चा से ही आधिकारिक वार्ता की भूमिका तैयार होगी। शुक्रवार को भारत और रूस के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।

    इसमें एक समझौता मोबिलिटी यानी एक दूसरे के प्रशिक्षित श्रम को काम करने का अधिकार व मौका देने से संबंधित होगा। इससे रूस के ढांचागत क्षेत्र में हजारों भारतीयों को रोजगार मिलने का रास्ता साफ हो सकता है। जहाजरानी, हेल्थकेयर, उर्वरक और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भी भारत व रूस के बीच समझौता होने की संभावना है। रक्षा क्षेत्र में सहयोग पर भी अहम बातचीत होगी, लेकिन किसी खास रक्षा उपकरणों की खरीद को लेकर समझौता होने की उम्मीद कम है। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच व्यापार संतुलन किस तरह से बेहतर किया जाए, इसको लेकर भी बातचीत होगी।

    अभी दोनों देशों के बीच 69 अरब डालर का द्विपक्षीय कारोबार होता है, लेकिन इसमें भारत का रूस को होने वाला निर्यात सिर्फ पांच अरब डालर का है। भारत ने इस असंतुलन को कम करने की मांग की है और रूस इसके लिए तैयार है। शुक्रवार को राष्ट्रपति पुतिन का राष्ट्रपति भवन में राजकीय सम्मान के साथ स्वागत किया जाएगा। शुक्रवार रात को उनके सम्मान में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रात्रि भोज का आयोजन रखा है।

    राष्ट्रपति पुतिन का आज का कार्यक्रम

    सुबह राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे।- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत करेंगी।- हैदराबाद हाउस में वार्ता। यहीं मोदी प्रतिनिधिमंडल के लिए लंच आयोजित करेंगे।- वार्ता के बाद पुतिन रूस के सरकारी ब्राडकास्टर का नया इंडिया चैनल लांच करेंगे।- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पुतिन के सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन करेंगी।- रात्रि करीब 9 बजे रूसी राष्ट्रपति भारत से रवाना हो जाएंगे।

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