Weather Updates: हिमाचल-उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट, दिल्ली से राजस्थान तक कैसा रहेगा मौसम?
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचाई जिसका कारण मौसम विशेषज्ञों ने सूखी पछुआ और नमी भरी पुरवाई हवाओं का टकराव बताया है। देहरादून में बारिश से पांच लोगों की जान गई और कई फंसे रहे जबकि मंडी में भूस्खलन से एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हुई। मौसम विभाग के अनुसार यह स्थिति अगले 24 घंटे तक बनी रह सकती है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में सोमवार रात हुई भारी बारिश ने तबाही मचा दी। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, यह बारिश सामान्य नहीं बल्कि सूखी पछुआ हवाओं और नमी से भरी पुरवाई हवाओं के टकराव से हुई। इस वजह से भूस्खलन, बाढ़ और कई हादसे सामने आए।
देहरादून और आसपास के इलाकों में तेज बारिश से पांच लोगों की मौत हो गई और करीब 500 लोग फंसे रह गए। हिमाचल के मंडी जिले में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ ने एक परिवार के तीन सदस्यों की जान ले ली। मंडी बस स्टैंड पूरी तरह पानी में डूब गया।
कब तक बनी रहेगी यह स्थिति?
भारतीय मौसम विभाग (IMD) देहरादून केंद्र के प्रमुख सीएस तोमर ने बताया कि यह बारिश सूखी पछुआ हवाओं और नमी भरी पुरवाई हवाओं के मिलने से हुई। यह स्थिति अगले 24 घंटे तक बनी रह सकती है।
निजी मौसम कंपनी स्काईमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि क्षेत्र में कोई बड़ा सिस्टम नहीं था। बारिश सिर्फ हवाओं के टकराव से हुई। राजस्थान के पास बने एंटी-साइक्लोन से गर्म और सूखी हवाएं उठी जो नम हवाओं से टकरा गई।
हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक 232 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां 46 बादल फटने, 97 फ्लैश फ्लड और 140 भूस्खलन की घटनाएं दर्ज हुईं। राज्य को लगभग 4504 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। हालांकि, बादल फटने के आंकड़े IMD ने अभी पुष्टि नहीं किए हैं।
मानसून की हुई वापसी
उत्तर भारत में बारिश औसत से कहीं ज्यादा रही। उत्तराखंड में अब तक 1343.2 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 22% अधिक है। हिमाचल प्रदेश में 1010.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो 46% ज्यादा है।
14 सितंबर से दक्षिण-पश्चिम मानसून ने उत्तर-पश्चिम भारत से वापसी शुरू कर दी है। यह सामान्य समय से तीन दिन पहले है। अब राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के और हिस्सों से मानसून पीछे हट चुका है।
पंजाब में आई सबसे भयानक बाढ़
इस बार मानसून सीजन में कई राज्यों में चरम स्थितियां देखने को मिली। पंजाब ने दशकों बाद सबसे भयानक बाढ़ झेली, वहीं उत्तराखंड और हिमाचल में लगातार बादल फटने और फ्लैश फ्लड होते रहे।
दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के मुताबिक, 18 सितंबर तक दिल्ली में आसमान साफ रहेगा। हालांकि, इस दौरान आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 34 से 36 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है।
(समाचार एजेंसी PTI के इनुपट के साथ)
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