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    इस महीने तक हो जाएगी अमेरिका से ट्रेड डील क्लियर, ट्रंप टैरिफ के बीच आया बड़ा अपडेट

    Updated: Thu, 11 Sep 2025 08:20 PM (IST)

    वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के पहले चरण के इस साल नवंबर तक पूरा होने का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि इस साल मार्च से दोनों देशों के बीच बीटीए को लेकर वार्ता शुरू हुई थी। गोयल ने यह भी कहा कि व्यापार समझौते को लेकर वार्ता की प्रगति से दोनों देश संतुष्ट हैं।

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    केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल। (फाइल फोटो)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के पहले चरण के इस साल नवंबर तक पूरा होने का संकेत दिया है।

    गुरुवार को पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में गोयल ने कहा कि इस साल मार्च से दोनों देशों के बीच बीटीए को लेकर वार्ता शुरू हुई थी और इस पर बहुत गंभीरता से और सौहार्दपूर्ण माहौल में वार्ता चल रही है। व्यापार समझौते को लेकर वार्ता की प्रगति से दोनों देश संतुष्ट हैं।

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    नवंबर तक हो सकता है दोनों पक्षों के बीच समझौता

    उन्होंने आशा जताई कि आगामी नवंबर तक दोनों पक्ष एक अच्छा समझौता कर लेंगे। गोयल के इस संकेत से अमेरिका के बाजार पर पूरी तरह से निर्भर निर्यातकों को राहत मिली है, लेकिन उनका कहना है कि वर्तमान में जारी 50 प्रतिशत के टैरिफ में से कम से कम 25 प्रतिशत के हटने के बाद ही उन्हें कुछ लाभ मिलेगा।

    उनका कहना है कि राष्ट्रपति ट्रंप भारत को लेकर बार-बार अपना बयान बदलते रहते हैं। कुछ दिन पहले तक ट्रंप भारत को टैरिफ किंग बता रहे थे और कहा था कि भारत के साथ अमेरिका कोई व्यापार समझौता नहीं करेगा। दो दिन पहले उन्होंने कहा कि दोनों देश व्यापार समझौता को लेकर वार्ता कर रहे हैं। 

    ईयू के ट्रेड आयुक्त भी व्यापार समझौते पर वार्ता के लिए आ रहे भारत

    अमेरिका के बाजार में निर्यात करने वालों ने बताया कि नवंबर तक बीटीए के पहले चरण के पूरा होने पर उन्हें सिर्फ एक महीने का नुकसान उठाना पड़ेगा। गत 27 अगस्त से अमेरिका ने 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया है, जिससे सितंबर से अमेरिका जाने वाले माल पर 50 प्रतिशत शुल्क लग रहा है। अगर अमेरिकी खरीदार को लगेगा कि नवंबर के बाद भारत पर शुल्क कम हो जाएगा तो वे भारत से माल खरीदना जारी रखेंगे और किसी और देश के पास नहीं जाएंगे।

    हालांकि, भारतीय निर्यातकों ने अमेरिका में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए दुनिया के अन्य बाजार में अपनी निर्यात संभावना को टटोलना शुरू कर दिया है। इस सप्ताह यूरोपीय यूनियन के ट्रेड आयुक्त भी भारत के साथ व्यापार समझौते पर वार्ता के लिए भारत आ रहे हैं।

    ब्रिटेन के साथ भारत पहले ही व्यापार समझौता कर चुका है। हालांकि ईयू और ब्रिटेन के साथ व्यापार समझौते पर अगले साल ही अमल हो पाएगा।

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