BHARAT और सऊदी अरब की दोस्ती लिखेगी नए आयाम, क्राउन प्रिंस सलमान से द्विपक्षीय वार्ता के बाद बोले PM Modi
PM Modi and Crown Prince Salman पीएम मोदी ने आज कहा कि सऊदी अरब भारत के सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारों में से एक है। मोदी ने कहा कि दोनों देश बदलते समय के साथ संबंधों में नए आयाम जोड़ रहे हैं। मोदी और बिन सलमान ने भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की।

नई दिल्ली, एजेंसी। PM Modi and Crown Prince Salman जी20 समिट के समापन के बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ द्विपक्षीय बैठक की। क्राउन प्रिंस से बातचीत के दौरान पीएम ने कहा कि भारत और सऊदी अरब के बीच की दोस्ती क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है।
सऊदी सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार
सऊदी अरब को भारत का सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारों में से एक बताते हुए मोदी मोदी ने कहा कि दोनों देश बदलते समय के साथ संबंधों में नए आयाम जोड़ रहे हैं। मोदी और बिन सलमान ने भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की।

नए स्तर पर पहुंचेगी हमारी साझेदारी
बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि हमले इस साझेदारी को नए स्तर पर ले जाने के लिए कई पहलों की पहचान की है। पीएम ने कहा कि आज की बैठक से दोनों देशों के संबंधों को एक नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी। महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच का सहयोग और बढ़ाने के लिए 2019 में भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की घोषणा की गई थी।
G20 समिट के बाद राजकीय यात्रा पर प्रिंस सलमान
जी20 समिट के समापन के बाद क्राउन प्रिंस सलमान इस समय भारत की राजकीय यात्रा पर हैं। आज दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता से पहले, क्राउन प्रिंस का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में औपचारिक स्वागत किया गया।
औपचारिक स्वागत के बाद बिन सलमान ने भारत की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा,
मैं भारत में आकर बहुत खुश हूं। जी20 शिखर सम्मेलन काफी अच्छा था और इसके लिए भारत को बधाई। जी20 में की गई घोषणाओं से दुनिया को फायदा होगा और हम दोनों देशों के लिए एक महान भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।
बता दें कि सऊदी अरब मध्य-पूर्व में भारत के प्रमुख रणनीतिक साझेदारों में से एक है। पिछले कुछ सालों में दोनों देशों के रिश्तों में सुधार हुआ है। दोनों देश अपनी रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को मजबूत करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

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