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    'भारत-रूस भरोसेमंद साझेदार', रक्षा आयोग की बैठक के बाद राजनाथ सिंह का बड़ा बयान; FTA वार्ता पर बढ़ी बात

    Updated: Thu, 04 Dec 2025 10:03 PM (IST)

    दिल्ली में भारत-रूस रक्षा आयोग की बैठक में राजनाथ सिंह ने कहा कि रूस भारत का भरोसेमंद साझेदार है। मोदी और पुतिन की मुलाकात से रणनीतिक साझेदारी और मजबू ...और पढ़ें

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    भारत-रूस रक्षा साझेदारी पर राजनाथ सिंह का बड़ा बयान (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में हुई भारत-रूस रक्षा आयोग की अहम बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कहा कि बदलती भू-राजनीति के बावजूद रूस भारत का भरोसेमंद और रणनीतिक साझेदार बना हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात दोनों देशों की विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगी।

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    रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को 22वीं भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग (IRIGC-M&MTC) की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी और रक्षा क्षेत्र में रूस भारत का स्थायी और महत्वपूर्ण सहयोगी है। राजनाथ सिंह ने बताया कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन लगातार संपर्क में रहते हैं और चीन में हुए SCO शिखर सम्मेलन में दोनों नेताओं की व्यापक बातचीत हुई थी।

    मोदी-पुतिन मुलाकात से साझेदारी मजबूत होगी

    राजनाथ सिंह ने कहा कि पुतिन की भारत यात्रा का भारत को इंतजार था और अब उनकी दिल्ली में मौजूदगी से द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने बताया कि पिछले महीने मॉस्को में हुई भारत-रूस व्यापार एवं आर्थिक सहयोग कार्य समूह की 26वीं बैठक सफल रही। साथ ही रूस-नेतृत्व वाले यूरोएशियन इकोनॉमिक यूनियन (EAEU) के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर बातचीत भी शुरू हो चुकी है।

    22वीं बैठक में दोनों देशों ने रक्षा सहयोग के सभी पहलुओं पर चर्चा की, जिसमें बड़े रक्षा अनुबंधों की प्रगति, लाइसेंस प्रोडक्शन और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर शामिल रहे। इससे पहले राजनाथ सिंह और रूस के रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलोउसॉव ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि दी। बेलोउसॉव ने तिकोनी सेना (Tri-Service) की गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण भी किया।

    बेलोउसॉव बोले- भारत-रूस की दोस्ती समय-परीक्षित

    भारत पहुंचने पर बेलोउसॉव ने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते आपसी सम्मान और लंबी परंपरा पर टिके हैं। उन्होंने भारतीय मेहमाननवाजी की सराहना की और कहा कि भारत-रूस साझेदारी दक्षिण एशिया में संतुलन बनाए रखने और वैश्विक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी बताया कि रूस भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के आधुनिकीकरण में पूरे स्तर पर सहयोग कर रहा है और उन्होंने नौसेना दिवस की बधाई भी दी।

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