सावधान! इन 3 घंटों में होते हैं सबसे ज्यादा सड़क हादसे, NCRB की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार 2023 में सबसे ज़्यादा सड़क हादसे शाम 6 से 9 बजे के बीच हुए जो कुल दुर्घटनाओं का 20.7% है। देशभर में 1.73 लाख से ज़्यादा लोग मारे गए जिनमें 45.8% दोपहिया वाहन चालक थे। दुपहिया वाहनों से ज़्यादातर घातक दुर्घटनाएँ तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में हुईं।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अमूमन अंदेशा रहता है कि देर रात या तड़के वाहन चलाते समय चालक को झपकी आने से हादसा हो सकता है, लेकिन सड़क हादसों का रिकॉर्ड कुछ और कहता है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट में वर्ष 2023 के हादसों का विश्लेषण करते हुए दावा किया गया है कि कुल 464029 में से सबसे अधिक हादसे शाम छह से रात नौ बजे के बीच हुए हैं, जो कि कुल दुर्घटनाओं का 20.7 प्रतिशत है।
इसी तरह दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक और दोपहर 12 से 3 बजे तक क्रमश: 17.3 प्रतिशत (80,482 मामले) और 15 प्रतिशत (69,397 मामले) सड़क दुर्घटनाएं हुईं। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में देशभर में सड़क दुर्घटनाओं में 1.73 लाख से ज्यादा लोग मारे गए और 4,47,969 अन्य घायल हुए, जिनमें से 45.8 प्रतिशत पीड़ित दोपहिया वाहन चला रहे थे।
दुपहिया वाहनों के कारण सबसे घातक दुर्घटनाएं
दुपहिया वाहनों के कारण सबसे ज्यादा घातक सड़क दुर्घटनाएं (79,533 मौतें) हुईं, जो कुल सड़क दुर्घटनाओं में हुई मौतों का 45.8 प्रतिशत है। दुपहिया वाहनों की दुर्घटनाओं के कारण होने वाली ज्यादातर मौतें तमिलनाडु (11,490 मौतें) और उत्तर प्रदेश (8,370 मौतें) में हुईं, जो कुल मौतों का क्रमश: 14.4 प्रतिशत और 10.5 प्रतिशत है।
एनसीआरबी ने कहा है कि घातक सड़क दुर्घटनाओं के कारणवार विश्लेषण से पता चला है कि सड़क दुर्घटनाओं में 58.6 प्रतिशत (1,01,841 मौतें) और 23.6 प्रतिशत (41,035 मौतें) मौतें क्रमश: तेज गति और खतरनाक या लापरवाह ड्राइविंग या ओवरटेकिंग के कारण हुईं।
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