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    चीन से नजदीकी पड़ी भारी, भारत के एक्शन से टूटी बांग्लादेश की कमर; अब इस चीज पर लगा प्रतिबंध

    By Agency Edited By: Chandan Kumar
    Updated: Sun, 18 May 2025 10:42 PM (IST)

    भारत ने बांग्लादेश से जमीनी रास्तों से रेडीमेड कपड़ों के आयात पर रोक लगाई है। इस फैसले का उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार में समानता लाना है क्योंकि बांग्लादेश ने भी भारतीय धागे और चावल पर इसी तरह के प्रतिबंध लगाए थे। अब केवल न्हावा शेवा और कोलकाता बंदरगाहों के माध्यम से आयात की अनुमति होगी। इस कदम से दोनों देशों के बीच समान बाजार पहुंच बहाल होने की उम्मीद है।

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    बांग्लादेश से भारत में 93 प्रतिशत रेडीमेड कपड़ों का आयात जमीनी रास्ते से होता रहा है।

    पीटीआई, नई दिल्ली। भारत ने बांग्लादेश से जमीनी रास्तों से रेडीमेड कपड़ों समेत कुछ सामानों के आयात पर प्रतिबंध बांग्लादेश के साथ संबंधों में समानता बहाल करने के लिए लगाए हैं। सूत्रों ने रविवार को कहा कि भारत के इस फैसले का उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार में निष्पक्षता और समानता सुनिश्चित करना है।

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    गौरतलब है कि भारत ने बांग्लादेश से पूर्वोत्तर क्षेत्र के जमीनी रास्तों से रेडीमेड कपड़ों, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों जैसे कुछ सामानों के आयात पर शनिवार को प्रतिबंध लगा दिए हैं। केवल न्हावा शेवा (जवाहरलाल नेहरू पोर्ट, नवी मुंबई) और कोलकाता समुद्री बंदरगाहों के माध्यम से आयात की अनुमति होगी।

    फलों, फलों के स्वाद या फ्लेवर वाले और कार्बोनेटेड पेय, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ (स्नैक्स, चिप्स और मिठाई), कपास और कपास के धागे का कचरा, प्लास्टिक और पीवीसी से तैयार सामान, रंग, और लकड़ी के फर्नीचर समेत बांग्लादेश से आयातित वस्तुओं को असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम में किसी भी भूमि सीमा शुल्क स्टेशन (एलसीएस) और एकीकृत चेक पोस्ट (आइसीपी) के माध्यम से अनुमति नहीं दी जाएगी। बंगाल में चांगराबंधा और फुलबाड़ी एलसीएस के माध्यम से भी आयात की अनुमति नहीं होगी।

    पारस्परिक शर्तों के साथ होगा बांग्लादेश के साथ व्यापार

    सूत्रों ने कहा कि नई दिल्ली का रुख है कि बांग्लादेश के साथ भारत के व्यापारिक संबंध ''पारस्परिक शर्तों'' पर आधारित होंगे। पड़ोसी देश से रेडीमेड कपड़ों के आयात पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय, ढाका द्वारा भारतीय धागे और चावल पर इसी प्रकार के प्रतिबंध लगाए जाने के जवाब में लिया गया है। भारत द्वारा बांग्लादेश से पूर्वोत्तर क्षेत्र में चुनिंदा निर्यातों पर लगाए गए भूमि बंदरगाह प्रतिबंधों से संबंधों में समानता बहाल होने की उम्मीद है। भारत के इस कदम से दोनों देशों के लिए समान बाजार पहुंच बहाल हो जाएगी।

    बांग्लादेश ने इस जगह पर भारत के निर्यात पर लगा रखा है प्रतिबंध

    भारत ने अब तक बांग्लादेश से सभी प्रकार के निर्यात को बिना किसी प्रतिबंध के अनुमति दी थी, लेकिन बांग्लादेश ने पूर्वोत्तर क्षेत्र की सीमा से लगे एलसीएस और आइसीपी पर भारतीय निर्यात पर प्रतिबंध लगा रखा है। बांग्लादेश से भारत में 93 प्रतिशत रेडीमेड कपड़ों का आयात जमीनी रास्ते से होता रहा है।

    बांग्लादेश ऐसा बर्ताव करता रहा है जैसे पूर्वोत्तर क्षेत्र का बाजार उसके रहमोकरम पर निर्भर हो। उसका यह रुख नई दिल्ली को नागवार गुजरा है इसलिए उसने बांग्लादेश को माकूल जवाब दिया है। अन्य सूत्र ने कहा, बांग्लादेश को यह समझने की जरूरत है कि वह द्विपक्षीय व्यापार की शर्तों को केवल अपने फायदे के लिए नहीं चुन सकता।

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