'पहले खुद का रिकॉर्ड देखे पाकिस्तान', अल्पसंख्यकों की स्थिति पर चिंता जताने वाले पड़ोसी मुल्क को भारत की दो टूक
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर पाकिस्तान की चिंता को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का खु ...और पढ़ें

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ताहिर अंद्राबी ने की थी टिप्पणी (फाइल फोटो)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की उस टिप्पणी को पूरी तरह खारिज कर दिया, जिसमें भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर चिंता जताई गई थी। जायसवाल ने कड़े शब्दों में कहा है कि, पाकिस्तान का इस मामले में खुद का रिकॉर्ड इतना खराब है कि वह दूसरों को नसीहत देने की स्थिति में नहीं है।
यह बयान पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ताहिर अंद्राबी की उस टिप्पणी के जवाब में आया है जिसमें भारत में क्रिसमस के दौरान तोड़फोड़ और मुसलमानों पर हमलों सहित अल्पसंख्यकों के खिलाफ घटनाओं पर चिंता जताई थी। अंद्राबी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इन घटनाओं का संज्ञान लेने और कमजोर समुदायों के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए कदम उठाने की अपील की थी।
रणधीर जायसवाल ने दिया जवाब
एमईए के प्रवक्ता जायसवाल से जब इस बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि, 'हम उस देश की कथित टिप्पणियों को खारिज करते हैं जिसका इस मामले में बेहद खराब रिकार्ड खुद सब कुछ बयां करता है। पाकिस्तान का विभिन्न धर्मों के अल्पसंख्यकों के साथ भयानक और व्यवस्थित उत्पीड़न एक स्थापित तथ्य है। किसी और पर उंगली उठाने से इस सच्चाई को छिपाया नहीं जा सकता।'
भारतीय विदेश मंत्रालय ने पूर्व में भी कई बार पाकिस्तान में अल्पसंख्यक अधिकारों के रिकॉर्ड पर वहां की सरकार की कलई खोली है। इसके पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अंद्राबी ने एक बयान जारी कर कहा है कि, भारत में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न गहरी चिंता का विषय है और राज्य प्रायोजित अभियान मुसलमानों को निशाना बना रहे हैं।

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