Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सीजफायर के बाद बॉर्डर पर सैनिकों की संख्या होगी कम? पढ़ें दोनों देशों के DGMO के बीच क्या हुई बात

    Updated: Mon, 12 May 2025 10:40 PM (IST)

    Operation Sindoor ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान ने तनाव कम करने के लिए डीजीएमओ स्तर की वार्ता में सीमाओं पर सैनिकों की संख्या घटाने पर सहमति ...और पढ़ें

    Hero Image
    सैन्य कार्रवाई रोके जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के सैन्य महानिदेशकों (डीजीएमओ) की बात हुई।

    संजय मिश्र, जागरण, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई से बढ़े सैन्य टकराव के बाद बढ़े तनाव के बीच भारत और पाकिस्तान ने तनाव घटाने की दिशा में एक बेहद अहम कदम बढ़ाते हुए सीमाओं पर तैनात सैनिकों की संख्या घटाने पर विचार करने को लेकर आपसी सहमति जताई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सैन्य कार्रवाई रोके जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के सैन्य महानिदेशकों (डीजीएमओ) की सोमवार को हुई बेहद महत्वपूर्ण बातचीत में इस दिशा में आगे बढ़ने पर दोनों तरफ से हामी भरी गई। साथ ही दोनों पक्षों ने कहा कि सीमा पर एक भी गोली एक दूसरे के खिलाफ न गोली चलनी चाहिए नहीं शत्रुतापूर्ण आक्रामक कार्रवाई करनी चाहिए।

    'एक भी गोली नहीं चलनी चाहिए'

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों की सेनाओं के बीच लगभग जंग जैसी बनी स्थिति के तत्काल बाद सीजफायर को आगे बढ़ाने पर बनी सहमति सीमाओं पर टकराव घटाने के लिहाज से सकारात्मक और महत्वपूर्ण है। ऑपरेशन सिंदूर को स्थगित करने के लिए 10 मई को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ की हुई पहली बातचीत के बाद दोनों के बीच सोमवार को दूसरी वार्ता हुई।

    सैन्य सूत्रों ने डीजीएमओ बातचीत को लेकर बताया कि इसमें ''इस प्रतिबद्धता को जारी रखने से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई कि दोनों पक्षों को एक भी गोली नहीं चलानी चाहिए या एक-दूसरे के खिलाफ कोई आक्रामक और शत्रुतापूर्ण कार्रवाई शुरू नहीं करनी चाहिए। इस बात पर भी सहमति हुई कि दोनों पक्ष सीमाओं और अग्रिम क्षेत्रों से सैनिकों की संख्या में कमी सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उपायों पर विचार करें।''

    भारत-पाकिस्तान के DGMO के बीच हुई बातचीत

    भारत-पाकिस्तान के डीजीएमओ की यह बातचीत सोमवार दोपहर 12 बजे प्रस्तावित थी लेकिन दोनों पक्षों की सहमति से यह शाम बजे हुई। भारत की ओर से डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और पाकिस्तान के डीजीएमओ मेजर कासिफ अब्दुल्ला की बातचीत के बाद भारतीय सैन्य प्रतिष्ठान सूत्रों की ओर से दी गई इस जानकारी से साफ है कि ऑपरेशन सिंदूर के स्थगन की घोषणा के बाद नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सीजफायर को टिकाऊ बनाने के लिए दोनों देश आगे बढ़ना चाहते हैं।

    बीती रात शांत रही सरहद

    पाकिस्तान की ओर से रविवार-सोमवार की रात एलओसी और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी रोके जाने को भारत ने सीजफायर को आगे बढ़ाने का उसका पहला संकेत मानते हुए इस पर सकारात्मक कदम बढ़ाने की हामी भरी। जैसा कि सैन्य सूत्र ने कहा भी कि जम्मू-कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे अन्य इलाकों में रविवार-सोमवार रात काफी हद तक शांतिपूर्ण रही। किसी भी तरह की घटना की खबर नहीं है, जो हाल के दिनों में पहली शांत रात है।

    मालूम हो कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर भारतीय सेनाओं की ओर से की गई कार्रवाई का ब्यौरा साझा करते हुए शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल घई ने साफ कहा था कि सोमवार की वार्ता की प्रगति इससे तय होगी कि रविवार रात में एलओसी और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी सेना का व्यवहार कैसा रहता है।

    'सख्ती से दिया जाएगा जवाब'

    एलओसी पर सीजफायर का उल्लंघन करने को लेकर भारत की ओर से दी गई इस सख्त चेतावनी का ही असर रहा कि रविवार को पाकिस्तान सेना ने सीमाओं पर कोई गोलाबारी नहीं की। सीजफायर तोड़ने की स्थिति में खामियाजा भुगतने का संदेश देने के लिए सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जहां शीर्ष कमांडरों को एलओसी और सीमा पर पूरी ताकत से गोलीबारी का जवाब देने का निर्देश रविवार को दे दिया था।

    जबकि भारतीय वायुसेना ने साफ कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है और किसी तरह की हवाई-ड्रोन घुसपैठ की कोशिश का सख्ती से जवाब दिया जाएगा।

    यह भी पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर में मेड इन इंडिया हथियारों की बनी धाक, कुछ यूं दिया भारत का साथ