Move to Jagran APP

Shaksgam Valley: शक्सगाम घाटी में चीन की नापाक हरकत पर भड़का भारत, कहा- यह हमारा हिस्सा

भारत ने जमीनी स्थिति को बदलने के अवैध प्रयास के तहत शक्सगाम घाटी में निर्माण गतिविधियों के लिए चीन के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को कहा कि शक्सगाम घाटी भारत का हिस्सा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि 1963 के कथित चीन-पाकिस्तान सीमा समझौते को भारत ने कभी स्वीकार नहीं किया है।

By Agency Edited By: Anurag GuptaPublished: Thu, 02 May 2024 11:45 PM (IST)Updated: Thu, 02 May 2024 11:45 PM (IST)
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल (फाइल फोटो)

पीटीआई, नई दिल्ली। भारत ने जमीनी स्थिति को बदलने के 'अवैध' प्रयास के तहत शक्सगाम घाटी में निर्माण गतिविधियों के लिए चीन के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को कहा कि शक्सगाम घाटी भारत का हिस्सा है।

loksabha election banner

MEA ने क्या कुछ कहा?

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि 1963 के कथित चीन-पाकिस्तान सीमा समझौते को भारत ने कभी स्वीकार नहीं किया है, जिसके तहत इस्लामाबाद ने गैरकानूनी तरीके से यह क्षेत्र बीजिंग को सौंपने की कोशिश की थी।

यह भी पढ़ें:  'बेहद पक्षपातपूर्ण', भारत ने मानवाधिकार पर अमेरिका की रिपोर्ट को सिरे से किया खारिज

जायसवाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमने इस मुद्दे पर लगातार अपनी आपत्ति जताई है। हमने जमीनी स्तर पर तथ्यों को बदलने के अवैध प्रयासों के खिलाफ चीनी पक्ष के साथ अपना विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने कहा,

हम अपने हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं।

बताते चलें, शक्सगाम घाटी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जो गुलाम जम्मू-कश्मीर का हिस्सा है।

यह भी पढ़ें: जब भारत-पाकिस्तान के रिश्तों को लेकर विदेश मंत्रालय से पूछा गया सवाल तो जायसवाल ने दिया करारा जवाब...


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.