भारत ने पाकिस्तान के टॉप आतंकियों को मार गिराया, तबाह हो गया जैश और लश्कर का कैंप; मातम मना रही पाक सेना
युसुफ अजहर भी मसूद अजहर का बहनोई है जो जैश ए मोहम्मद में आतंकियों को हथियारों की ट्रेनिंग देता था। जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी वारदातों में यह शामिल रहा है और कंधार विमान अपहरण केस में यह वांछित भी है। इसी तरह से मारे गए दो अन्य आतंकियों में एक खालिद उर्फ अबु अक्शा लश्करे तैयबा से और मोहम्मद हसन खान जैश ए मोहम्मद से जुड़ा था।

नीलू रंजन, जागरण, नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो आतंकी आकाओं को धूल में मिलाने का ऐलान किया था, उसके सबूत मिलने शुरु हो गए हैं। सात मई की रात में भारत की ओर से आतंकी अड्डों पर किये गए हमले में कंधार विमान अपहरण के मास्टरमाइंड व जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के भाई रउफ असगर के साथ पांच और बड़े आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जिसमें मुदस्सर खादियान खास उर्फ अबू जुंदाल भी शामिल है।
अबू जुंदाल की अहमियत को इस बात से समझा जा सकता है कि उसका अंतिम संस्कार पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसीम मुनीर और पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज की तरफ से पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया था और सेना की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया था।
कई आतंकी कर चुके हैं पुष्टि
- अबू जुंदाल की मौत और सैन्य अधिकारियों की उपस्थिति में उसके अंतिम संस्कार किये जाने से पाकिस्तान में आतंकी, सेना और सरकार के गठजोड़ की पुष्टि होती है। जुंदाल मुरीदके में लश्करे तैयबा के मुख्यालय मकरज तैयबा का कामकाज देखता था, जहां आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती थी।
- इसी मरकज में मुंबई में हमला करने वाले आतंकियों को भी ट्रेनिग दी गई थी, जिसकी पुष्टि एक मात्र जिंदा पकड़े गए आतंकी कसाब, अमेरिका में गिरफ्तार आतंकी दाउद गिलानी उर्फ डेविड कोलमैन हेडली और अमेरिका से भारत लाए गए आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा ने की है। इसकी मौत पर शोकसभा सरकारी स्कूल में की गई थी, जिसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी हाफिज अब्दुल रउफ ने आयोजित किया था।
- इसमें पाकिस्तानी सेना से मौजूदा लेफ्टिनेंट जनरल के साथ पंजाब प्रांत के पुलिस महानिरीक्षक भी मौजूद थे। अन्य मारे गए आतंकी आकाओं में हाफिज मुहम्मद जमील भी काफी अहम है। यह बहावलपुर स्थित जैश ए मोहम्मद के मुख्यालय मकरज सुभान अल्ला का कामकाज देखता था और मसूद अजहर का सबसे बड़ा बहनोई था। जमील युवाओं को आतंक का पाठ पढ़ाता था और जैश ए मोहम्मद के लिए फंड जुटाने का काम भी करता था।
आतंकी और पाक सेना का तालमेल
अबु अक्शा लश्करे तैयबा के लिए अफगानिस्तार से हथियार तस्करी का काम देखता था और जम्म-कश्मीर में कई आतंकी हमलों में शामिल रहा था। फैसलाबाद में आयोजित इसके अंतिम संस्कार में भी पाकिस्तानी सेना के कई अधिकारियों के साथ वहां का डिप्टी कमिश्नर भी मौजूद थे। जबकि मोहम्मद हसन खान जैश एक मोहम्मद का गुलाम कश्मीर में आपरेशनल कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा था और जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के समन्वय में अहम भूमिका निभाता था।
पाकिस्तान में आतंकी और सेना के बीच नाभिनाल संबंध का जीता जागता सबूत है पाकिस्तानी सेना के डायरेक्टरेट ऑफ इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के डीजी अहमद शरीफ चौधरी। अहमद शरीफ चौधरी के पिता सुल्तान बशीरुद्दीन मोहम्मद संयुक्त राष्ट्र संघ और अमेरिका द्वारा घोषित आतंकी रहा है। बशीरुद्दीन मोहम्मद पाकिस्तान के एटोमिक एनर्जी कमीशन में काम करता था और उस पर अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के करीबी होने और उसे रसायनिक, जैविक और एटोमिक हथियारों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने का आरोप है।
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