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    खालिस्तानियों पर अब होगा एक्शन, अजीत डोभाल से मिलीं कनाडा की NSA; क्या हुई बातचीत?

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 06:41 PM (IST)

    भारत और कनाडा ने द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने और एक नया अध्याय शुरू करने पर सहमति जताई है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और उनके कनाडाई समकक्ष नाताली ड्रोइन ने नई दिल्ली में मुलाकात की जिसमें आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने के लिए सहयोग पर चर्चा हुई। दोनों देशों ने राजनीतिक स्तर पर विश्वास बहाल करने और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

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    भारत और कनाडा के बीच संबंधों को सुधारने की कवायद (MEA)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और कनाडा ने द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय लिखने के लिए साथ मिलकर काम करने का फैसला किया है। इसमें आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने के लिए मिलकर काम करना भी शामिल है।

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    राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और उनके कनाडाई समकक्ष नाताली ड्रोइन ने 2023 में एक सिख अलगाववादी की हत्या को लेकर राजनयिक विवाद के बाद खराब हुए द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने पर ध्यान केंद्रित करते हुए गुरुवार को नई दिल्ली में विस्तृत बातचीत की।

    द्विपक्षीय संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत

    विदेश मंत्रालय ने शनिवार को इस बातचीत के मुख्य परिणामों की जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया, ''दोनों पक्षों ने आगे की राह तय करने के लिए परस्पर सहयोग करने और द्विपक्षीय संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई।''

    जून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कनाडा के कनानैस्किस में जी-7 शिखर सम्मेलन के मौके पर अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी से मुलाकात की थी। इस बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-कनाडा संबंधों में स्थिरता बहाल करने के लिए 'सहयोगी' कदम उठाने पर सहमति जताई थी। बहरहाल, विदेश मंत्रालय ने डोभाल-ड्रोइन की बातचीत के बारे में कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी और उनके कनाडाई समकक्ष कार्नी के बीच हुई बातचीत को आगे बढ़ाने का भी एक अवसर था।

    बयान के अनुसार, ''दोनों पक्षों ने राजनीतिक नेतृत्व के शीर्ष स्तर पर विश्वास बहाल करने और सहयोग बढ़ाने की गति की जरूरत को स्वीकार किया।''

    सुरक्षा सहयोग और मौजूदा संपर्क तंत्र को मजबूत करने पर सहमति

    विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों एनएसए ने द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने पर उपयोगी चर्चा की, जिसमें आतंकवाद रोधी, अंतर-राष्ट्रीय संगठित अपराध से मुकाबला और खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान जैसे क्षेत्र शामिल हैं। बयान में कहा गया, ''दोनों एनएसए ने सुरक्षा सहयोग और मौजूदा संपर्क तंत्र को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने भविष्य के सहयोग के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर भी चर्चा की और क्षेत्रीय एवं वैश्विक घटनाक्रमों पर अपने विचार साझा किए।''

    निज्जर की हत्या के बाद दोनों देशों में आई तल्खी

    गौरतलब है कि दोनों एनएसए के बीच यह बातचीत भारत और कनाडा द्वारा एक-दूसरे की राजधानी में राजदूत नियुक्त करने के तीन सप्ताह बाद हुई। 2023 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के संभावित संबंध के आरोप के बाद भारत-कनाडा संबंध सबसे खराब स्थिति में पहुंच गए थे।

    पिछले साल अक्टूबर में भारत ने अपने उच्चायुक्त और पांच अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया था क्योंकि कनाडा ने उन्हें निज्जर मामले से जोड़ने की कोशिश की थी। भारत ने इतनी ही संख्या में कनाडाई राजनयिकों को भी देश से निकाल दिया था। हालांकि, अप्रैल में हुए संसदीय चुनाव में लिबरल पार्टी के नेता कार्नी की जीत से संबंधों को सुधारने की प्रक्रिया शुरू करने में मदद मिली।

    (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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