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    बंद कमरे में अमेरिकी अधिकारियों से चर्चा, 9 जुलाई की डेडलाइन आ रही करीब; भारत-यूएस के बीच ट्रेड पर होगा बड़ा एलान?

    Updated: Thu, 05 Jun 2025 08:28 PM (IST)

    भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर नई दिल्ली में बातचीत चल रही है। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के अधिकारी और भारतीय व्यापार अधिकारी टैरिफ कटौती और भारतीय कंपनियों के लिए फायदों पर विचार कर रहे हैं। दोनों देशों का लक्ष्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना है।

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    कृषि और ऑटो सहित विशिष्ट क्षेत्रों पर हो रही बातचीत (फोटो: रॉयटर्स)

    रॉयटर्स, नई दिल्ली। भारत के साथ ट्रेड पर चर्चा के लिए अमेरिकी अधिकारी इस वक्त नई दिल्ली में हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के सीनियर अधिकारियों ने वार्ताकार राजेश अग्रवाल की अध्यक्षता में भारतीय व्यापार अधिकारियों के साथ बंद कमरे में चर्चा की।

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    दो दिवसीय बातचीत का यह पहला दिन था। माना जा रहा है कि जल्द ही भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया जा सकता है। दोनों देशों के अधिकारी कृषि और ऑटो सहित विशिष्ट क्षेत्रों पर टैरिफ कटौती और इंडियन कंपनियों के लिए फायदों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं।

    इटली से लौट सकते हैं पीयूष गोयल

    बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति की तरफ से लगाए गए टैरिफ की डेडलाइन करीब आ रही है। ऐसे में इस महीने के अंत तक औपचारिक घोषणा की संभावना जताई जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल इस वक्त इटली में हैं, लेकिन वह अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए वापस आ सकते हैं।

    भारत और अमेरिका ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। 2024 में भारत का अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार बढ़कक 129 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। इसमें भारत 45.7 बिलियन डॉलर के सरप्लस में है।

    ब्रिटेन के साथ हाल ही में हुए समझौते और यूरोपियन यूनियन के साथ चल रही बातचीत से भारत फायदे की स्थिति में है। अमेरिका का कहना है कि कृषि पर लगने वाला टैरिफ 39 फीसदी तक पहुंच गया है। यूएस भात पर इथेनॉल उत्पादन के लिए मकई के आयात की अनुमति देने के लिए भी दबाव डाल रहा है।

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