Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Yudh Abhyas: चीन से 100 किमी दूरी पर भारतीय और अमेरिकी सैनिक युद्ध अभ्यास में हुए शामिल

    By AgencyEdited By: Devshanker Chovdhary
    Updated: Sat, 19 Nov 2022 02:35 AM (IST)

    भारत और अमेरिका शुक्रवार को उत्तराखंड के औली में संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास युद्ध अभ्यास के 18वें संस्करण में शामिल हुए। भारतीय सेना के सार्वजनिक ...और पढ़ें

    Hero Image
    चीन से 100 किमी दूरी पर भारतीय और अमेरिकी सैनिक युद्ध अभ्यास में हुए शामिल।

    चमोली, एएनआइ। भारत और अमेरिका शुक्रवार को उत्तराखंड के औली में संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास युद्ध अभ्यास के 18वें संस्करण में शामिल हुए। भारतीय सेना के सार्वजनिक सूचना महानिदेशालय ने कहा, 'भारतीय सेना और अमेरिकी सेना ने युद्ध अभ्यास 2022 में शामिल हुए।' सेना के अनुसार, संयुक्त अभ्यास अमेरिका के शासनादेश के तहत शांति स्थापना और आपदा राहत कार्यों में एक इन्फैंट्री बटालियन समूह को नियुक्त करने पर केंद्रित है। भारतीय सेना के एडीजी पीआई ने कहा, 'यह दोनों देशों को एक-दूसरे का समर्थन करके चीन का मुकाबला करने में मदद करेगा। 15 दिनों तक चलने वाला यह अभ्यास काफी ऊंचाई, बेहद ठंडे जलवायु युद्ध पर ध्यान केंद्रित करेगा।'

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भारत-अमेरिका के बीच प्रतिवर्ष आयोजित होता युद्धाभ्यास

    बता दें कि युद्ध अभ्यास भारत और अमेरिका के बीच प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है, जिसका उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं, रणनीति, तकनीकों और प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान करना है। अभ्यास का पिछला संस्करण अक्टूबर 2021 में संयुक्त बेस एल्मडार्फ रिचर्डसन, अलास्का में आयोजित किया गया था।

    युद्धाभ्यास में विभिन्न अभ्यास पर ध्यान केंद्रित

    जानकारी के अनुसार, 11वीं एयरबोर्न डिवीजन की दूसरी ब्रिगेड के अमेरिकी सेना के जवानों और असम रेजिमेंट के भारतीय सेना के जवानों ने अभ्यास में भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र शासनादेश के अध्याय VII के तहत एक एकीकृत युद्ध समूह के रोजगार पर केंद्रित है। अनुसूची में शांति स्थापना और शांति प्रवर्तन से संबंधित सभी कार्य शामिल हैं। दोनों देशों के सैनिक समान उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।

    चीन से 100 किमी दूर हो रहा है सैन्य अभ्यास

    इसके साथ ही, संयुक्त सैन्य अभ्यास मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) संचालन पर भी केंद्रित है। दोनों देशों के सैनिक किसी भी प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर त्वरित और समन्वित राहत प्रयासों को शुरू करने का अभ्यास करेंगे। मालूम हो कि दोनों देशों के बीच ये सैन्य अभ्यास चीन से करीब 100 किमी दूरी पर हो रहा है।

    ये भी पढ़ें: भारत और अमेरिका के बीच उत्‍तराखंड में होगा 'युद्ध अभ्‍यास 22', जानिए क्‍या है इसका मकसद

    ये भी पढ़ें: LAC पर चीन के साथ भारत की झड़प रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण : अमेरिकी नौसेना प्रमुख