ग्लोबल पीस इंडेक्स में भारत 143वें स्थान पर
आपराधिक घटनाओं और हिंसा ने भारत को विश्व के 20 सबसे हिंसक देशों की गिनती में लाकर खड़ा कर दिया है।
नई दिल्ली। आपराधिक घटनाओं और हिंसा ने भारत को विश्व के 20 सबसे हिंसक देशों की गिनती में लाकर खड़ा कर दिया है। ग्लोबल पीस इंडेक्स [जीपीआइ] सर्वे 2014 के मुताबिक, 162 हिंसक देशों की सूची में भारत 143वें स्थान पर है।
भारत पिछले साल के मुकाबले दो पायदान नीचे खिसक गया है, जबकि आइसलैंड ने दुनिया में सर्वाधिक शांतिपूर्ण देश के रूप में जगह बरकरार रखी है। सीरिया ने दुनिया के सबसे हिंसक देश के रूप में अफगानिस्तान को पीछे छोड़ दिया है। सिडनी स्थित अंतरराष्ट्रीय थिंक टैंक इकोनोमिक्स एंड पीस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वर्ष 2013 में हिंसक गतिविधियों के परिणामस्वरूप भारत की अर्थव्यवस्था को 1.07 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। यह भारत के सकल घरेलू उत्पाद [जीडीपी] का 3.6 प्रतिशत है। रिपोर्ट के मुताबिक, हिंसक घटनाओं के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था को 9.8 खरब डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा जो वैश्विक जीडीपी का 11.3 प्रतिशत है।
दक्षिण एशियाई देशों में भूटान को सर्वाधिक शांतिप्रिय देश के रूप मं चुना गया है। इसके बाद नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका का स्थान है। इस क्षेत्र में भारत का पांचवा, पाकिस्तान का छठा और अफगानिस्तान का सातवां स्थान है। वैश्विक तौर पर पाकिस्तान को 154वां और अफगानिस्तान को 161वां स्थान मिला है।
शांतिपूर्ण देशों की दक्षिण एशियाई सूची
1- भूटान
2- नेपाल
3- बांग्लादेश
4- श्रीलंका
5- भारत
6- पाकिस्तान
7- अफगानिस्तान
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