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    11 राजनीतिक दलों के ऑफिस पर इनकम टैक्स का छापा, इतने नोट मिले कि गिनने के लिए मंगानी पड़ी मशीन

    Updated: Tue, 30 Sep 2025 11:30 PM (IST)

    अहमदाबाद में आयकर विभाग ने 11 राजनीतिक दलों के कार्यालयों पर छापा मारा जिसमें करोड़ों रुपये नकद बरामद हुए। इन दलों पर चंदा लेकर चार हजार करोड़ रुपये से अधिक के कालेधन को सफेद करने का आरोप है। छापेमारी में 150 डेबिट कार्ड बैंक पासबुक और मोबाइल जब्त किए गए।

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    150 डेबिट कार्ड, 150 बैंक पासबुक जब्त (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। चंदा लेकर चार हजार करोड़ रुपये से अधिक के कालेधन को सफेद करने के मामले में आयकर विभाग ने अहमदाबाद स्थित व‌र्ल्ड ट्रेड टावर में 11 राजनीतिक दलों के कार्यालयों पर छापा मारकर करोड़ों की नकदी बरामद की है। नकदी को गिनने के लिए मशीन मंगानी पड़ी।

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    इस छापेमारी में 150 डेबिट कार्ड, 150 बैंक पासबुक और 30 से अधिक कीपैड वाले मोबाइल जब्त किए गए। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफा‌र्म्स (एडीआर) ने इस आशय की एक रिपोर्ट कुछ समय पूर्व सार्वजनिक की थी।

    एडीआर की रिपोर्ट के बाद एक्शन

    इसमें बताया गया था कि 11 ऐसे राजनीतिक दल हैं, जिन्होंने बीते पांच वर्षों में कोई चुनाव नहीं लड़ा। लेकिन उन्हें मिला 4300 करोड़ रुपये का चंदा मुख्य धारा के कई राजनीतिक दलों से अधिक रहा। चुनाव आयोग को दिए गए खर्च के ब्योरे में इन दलों ने कुल खर्च 3500 करोड़ रुपये बताया था।

    इन दलों ने कोई भी चुनाव नहीं लड़ा। इनके पदाधिकारी भी झोपड़ी में रहने वाले, ऑटो चालक या सामान्य दुकानदार निकले। पांच से दस प्रतिशत का कमीशन काटकर पैसा दानदाता को नकदी में लौटाया गया।

    दान दाताओं में बिल्डर, व्यापारी शामिल

    दान दाताओं में अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली व जयपुर के उद्योगपति, बिल्डर, व्यापारी शामिल हैं। लोकशाही पार्टी, सत्यवादी रक्षक पार्टी, न्यू इंडिया यूनाइटेड पार्टी सहित कई दलों ने चुनाव आयोग को ज्यादा खर्च बताकर गुमराह करने का प्रयास किया।

    जबकि, इनके कुल 39 लाख रुपये ही खर्च हुए थे। एडीआर ने इन पर मनी लांड्रिंग तथा कर चोरी के आरोप लगाए थे। आयकर विभाग ने ऐसी चार आंगडिया फर्म पर भी छापा मारा है जो नकदी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने का काम करते थे।

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