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    IIT छात्रा को ऑनलाइन जूते ऑर्डर करना पड़ा महंगा, हुई लाखों की ठगी; शातिर ठग ने ऐसे बनाया शिकार

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 07:43 PM (IST)

    आईआईटी की एक छात्रा ऑनलाइन जूते ऑर्डर करके ठगी का शिकार हो गई। कूरियर कंपनी का बताकर साइबर अपराधी ने छात्रा के खाते से 1.26 लाख रुपये निकाल लिए। घटना 11 से 13 सितंबर के बीच हुई। जोधपुर के करवड़ थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस जांच कर रही है। छात्रा ने साइबर पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई है।

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    शातिर ठग ने ऐसे बनाया शिकार (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आईआईटी की एक छात्रा को ऑनलाइन जूते ऑडर करना महंगा पड़ गया । शातिर ने कूरियर कपंनी का बता कर फॉड करते हुए खाते से 1.26 लाख रूपए निकाल लिए । पीड़ित छात्रा उस वक्त बुखार और गले के संक्रमण से भी पीड़ित थी ।

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    घटना 11 से 13 सितंबर के बीच हुई । अब जोधपुर के करवड़ थाने में धोखाधड़ी एवं आईटी एक्ट में प्रकरण दर्ज कराया गया है । पुलिस ने इसमें अग्रिम जांच आरंभ की है । साइबर पोर्टल पर भी शिकायत दी गई है । हैदराबाद निवासी ग्रीष्मा ने यह रिपोर्ट दी है ।

    कैसे जाल में फंसाया?

    इसमें बताया कि वह आईआईटी में अध्ययनरत है । 11 सितंबर को टाटा क्लिक पर वेस्टसाइड ब्रांड की एक जोड़ी चप्पल का ऑर्डर दिया था । 13 सितंबर को एक व्यक्ति का फोन आया जिसने खुद को वेस्टसाइड के कूरियर विभाग से होने का दावा किया । उसने बताया कि मेरा भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है और उसे रोक दिया गया है ।

    उसने बाद एक क्यूआर कोड के माध्यम से 350.55 रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया और एक मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप पर आगे के निर्देश भी भेजे , जो वेस्टसाइड से जुड़ा हुआ लग रहा था । इसके बाद , 350.05 रुपए और 350.50 रुपए की अतिरिक्त निकासी भी की गई ।

    फिर कॉल करने वाले ने मुझसे तथाकथित डेबिट फीज और रिफंड कोड डालने को कहा और दावा किया कि रिफंड प्रोसेस करने के लिए यह जरूरी है । उसने आगे कहा कि रिफंड शुरु करने के लिए , कम से कम 30 हजार रुपए का बैलेंस जरुरी है । वह बुखार और गले में संक्रमण से पीड़ित थी और दवाइयाँ ले रही थी ।

    निकाले 48 हजार रुपये

    इस वजह से उसने शातिर की बात पर यकीन करके निर्देशों का पालन किया और अपनी दोस्त से भी अनुरोध किया कि वह अपना अकाउंट निर्देशानुसार लिंक कर दें । इस बीच बाद में देखा तो पता लगा कि खाते से धोखाधड़ी करके 48 हजार निकाल लिए गए हैं ।

    धोखाधड़ी का अंदेशा होने पर शेष लगभग 72 हजार रूपए अपनी माँ के खाते में स्थानांतरित करने का प्रयास किया , लेकिन मेरी दैनिक लेनदेन सीमा 1 लाख रुपये होने के कारण स्थानांतरण पूरा नहीं हो सका । इसके बाद मेरे खाते से 46,600 रुपए की निकासी कर ली गई ।

    कुल कितने रुपये का हुआ फ्रॉड

    तब मित्र के खाते से 19,900 रुपए और 9,999 रुपए की अतिरिक्त निकासी कर ली गई । इस प्रकार शातिर ने कुल 1 लाख 26 हजार 350 रूपए निकाल लिए । पीड़िता ने रिपोर्ट में बताया कि जिन नंबरों कॉल या बात हुई उनके नाम एसके शहाब अहमद , अविजित दास , अमनकांत सामने आए है । पुलिस को आशंका है कि यह नाम भी फर्जी हो सकते है।

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