20 साल से वीरान पड़ा था घर, अंदर फ्रीज में मानव खोपड़ी और हड्डियां मिलीं; खुलासे से आसपास के लोग सन्न
केरल के चोट्टानिकारा में एक घर में फ्रीज से मानव खोपड़ी और हड्डियां मिली हैं। पुलिस ने पूरे मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है। यह घर पिछले 20 सालों से वीरान पड़ा है। घर के मालिक मौजूदा समय में कोच्चि में रहते हैं। उनके बच्चे विदेश में हैं। कंकाल के अवशेषों को प्लास्टिक के बैग में अच्छी तरह लपेटकर रखा गया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। करीब 12 एकड़ जमीन पर बना एक घर पिछले 12 वर्षों से वीरान पड़ा है। सुनसान पड़ा यह घर जब आसमाजकि तत्वों का ठिकाना बनने लगा तो आसपास रहने वाले लोगों ने पुलिस से इसकी शिकायत की।
लगातार मिल रहीं शिकायतों के बाद पुलिस ने मामले की जांच की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पुलिस को घर में बंद एक फ्रीज मिला। खोलने पर उसमें खोपड़ी और हड्डियां मिलीं। कंकाल मिलने की खबर ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया।
प्लास्टिक की बैग में भरकर रखा
हैरान कर देने वाला यह मामला है केरल के चोट्टानिकारा का। पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। दो दशक से बंद इस घर की फ्रीज में खोपड़ी और अन्य हड्डियों को प्लास्टिक बैग में भरकर अच्छी तरह से रखा गया था। अब सवाल यह उठ रहे हैं कि फ्रीज में खोपड़ी और हड्डी कैसे पहुंची, किसने रखा, इसके पीछे की वजह क्या है? आम जनता के साथ-साथ पुलिस को भी इन सवालों की तलाश है।
कौन है घर का मालिक?
20 साल से वीरान पड़ा यह घर चोट्टानिकारा में एरुवेली पैलेस स्क्वायर के पास 12 एकड़ जमीन पर बना है। मंगलास्सेरी फिलिप जॉन घर के मालिक हैं। वे पेशे से एक डॉक्टर हैं। पिछले कई वर्षों से जॉन कोच्चि में रहने लगे हैं। उनके बच्चे विदेश में रहते हैं। केरल पुलिस ने पूछताछ की खातिर मंगलास्सेरी फिलिप जॉन को तलब किया है।
पुलिस को शक- कहीं और से लाई गईं हड्डियां
केरल पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि फ्रीज काम नहीं करता है। खोपड़ी और हड्डियों से जुड़ी अन्य जानकारी जुटाई जा रही हैं। अधिकारियों को संदेह है कि ये हड्डियों को किसी अन्य स्थान से यहां लाया गया है। वैज्ञानिक विश्लेषण के बाद ही आयु और पहचान के बारे में कुछ जानकारी सामने आ सकती है।
स्थानीय लोग भी हैरान
स्थानीय लोगों ने कहा कि वीरान पड़े घर में लंबे समय से असामान्य गतिविधियों को नोटिस किया। जब हड्डी मिलने की बात सामने आई तो आसपास के लोग भी हैरत में पड़ गए। उधर, द हिंदू की खबर के मुताबिक एर्नाकुलम ग्रामीण पुलिस ने हड्डियों की वैज्ञानिक जांच करवाई। इससे पुष्टि हुई है कि चोट्टानिकारा में वीरान घर में मिली मानव खोपड़ी और कंकाल के अवशेष शैक्षणिक उपयोग के लिए थे। पुलिस का मानना है कि इन अवशेषों को सालों से इधर-उधर ले जाया गया।
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