भारत में कितने बच्चे समय से पहले लेते हैं जन्म? 17% नवजातों का वजन भी रहता है कम; रिसर्च ने चौंकाया
भारत में हर आठवां बच्चा समय से पहले और हर छठा बच्चा कम वजन के साथ जन्म ले रहा है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में समय से पहले जन्म की दर सबसे अधिक है जबकि पंजाब में कम वजन के बच्चों की दर अधिक है। गर्भावस्था के दौरान पीएम 2.5 का बढ़ता स्तर और वातावरणीय परिस्थितियां जन्म से जुड़ी जटिलताओं का कारण बन रही हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बच्चों के जन्म के दौरान तमाम प्रकार की सावधानियां बरती जाती हैं। हालांकि, कई बार समय से पहले भी कुछ बच्चों का जन्म हो जाता है। ऐसी स्थिति में कुछ बच्चे तो स्वस्थ रहते हैं, लेकिन अधिकतर बच्चों का वजन कम रह जाता है, जो उसके स्वास्थ्य के लिए कई परेशानियां खड़ा करता है।
इस बीच आईआईटी दिल्ली, इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर पॉपुलेशन साइंसेज मुंबई और ब्रिटेन-आयरलैंड की संस्थाओं ने संयुक्त शोध में ऐसा दावा किया है, जो लोगों को हैरान कर रहा है। दरअसल, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देश में करीब 13प्रतिशत बच्चे समय से पहले जन्म ले रहें हैं। इतना ही नहीं करीब 18 फीसदी बच्चों का वजन जन्म के समय कम रह रहा है।
इन राज्यों में समय से पहले जन्म लेने वाले छात्रों की संख्या अधिक
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देश के उत्तर भारत के हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बच्चों के समय से पूर्व जन्म की दर सबसे अधिक है। दोनों राज्यों में क्रमशः ये संख्या 39 फीसदी और 27 फीसदी है। वहीं, पंजाब में कम वजन के बच्चों की जन्म दर सबसे अधिक है जो करीब 22 फिसदी है। इस रिपोर्ट में पूर्वोत्तर के राज्यों में (जिसमें मिजोरम, त्रिपुरा, मणिपुर शामिल हैं) में इन दोनों ही मापदंडों पर बेहतर पाया गया है।
क्यों बढ़ रही कम वजन के बच्चों की दर?
इस रिसर्च में दावा किया गया है कि गर्भावस्था के दौरान पीएम 2.5 (2.5 माइक्रोन से छोटे कण) का बढ़ता स्तर जन्म से जुड़ी जटिलताओं का बड़ा कारण बन रहा है। शोध में यह भी बताया गया कि हर 10 माइक्रोग्राम /घन मीटर की वृद्धि से कम वजन वाले बच्चों की संभावना 5% और प्रीमैच्योर डिलीवरी की संभावना 12% तक बढ़ जाती है।
वहीं, इस रिसर्च में बताया गया कि प्रदूषण समेत कई ऐसी स्थितियां हैं, जिसके कारण ऐसे नकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। कई राज्यों में प्रदूषण बेहद खतरनाक स्थिति में पाया जाता रहा है, जिसके कारण गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है।
किस राज्य में कितने बच्चों का समय से पहले जन्म?
राज्य | प्रीमैच्योर | कम वजनी |
हिमाचल | 38.66 | 15.75 |
पंजाब | 14.08 | 22.42 |
चंडीगढ़ | 8.78 | 16.74 |
हरियाणा | 13.22 | 20.54 |
दिल्ली | 17.43 | 21.58 |
राजस्थान | 18.29 | 17.66 |
उत्तर प्रदेश | 14.47 | 20.17 |
बिहार | 15.99 | 16.76 |
प. बंगाल | 12.43 | 18.95 |
झारखंड | 8.52 | 15.58 |
छत्तीसगढ़ | 10.21 | 15.83 |
मध्य प्रदेश | 14.84 | 20.59 |
गुजरात | 10.82 | 18.51 |
महाराष्ट्र | 8.72 | 20.06 |
(नोट- आंकड़े प्रतिशत में)
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