अधिकारी भी हैरान... कटे हाथ के साथ कैसे फांदी 25 फीट की दीवार? सौम्या मर्डर केस के अपराधी के जेल से भागने पर उठे सवाल
2011 के सौम्या रेप-मर्डर केस का दोषी गोविंदाचामी कन्नूर सेंट्रल जेल से भाग गया पर पुलिस ने उसे कुछ ही घंटों में पकड़ लिया। आजीवन कारावास की सजा काट रहे 41 वर्षीय चार्ली का बायां हाथ कटा हुआ है। वह थलप के नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस कैंपस में एक कुएं में छिपा मिला।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 2011 में 23 साल की सौम्या रेप-मर्डर केस का अपराधी गोविंदाचामी उर्फ चार्ली थॉमस शुक्रवार (25 जुलाई, 2025) को कुन्नूर सेंट्रल जेल तोड़कर फरार हो गया। हालांकि पुलिस ने उसे कुछ घंटे बाद पकड़ लिया।
41 साल का चार्ली मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। उसका बायां हाथ कटा हुआ है। पुलिस का कहना है कि वो थलप के नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस कैंपस में एक कुएं में छिपा मिला।
पुलिस ने क्या बताया?
कन्नूर सिटी पुलिस कमिश्नर पी. नितिन राज ने कहा कि चार्ली ने सुबह 4 बजकर 15 मिनट और 6 बजकर 30 मिनट के बीच जेल तोड़कर भागने की कोशिश की। जेल प्रशासन सुबह के निरीक्षण के दौरान पाया कि वो जेल में है ही नहीं। जेल अधिकारियों ने देखा कि नेशनल हाईवे के किनारे वाली दीवार पर कपड़े लटके हुए हैं।
पुलिस ने बताया कि चार्ली ने कटर की मदद जेल की लोहे की सलाखों को काट दिया था। कपड़े और चादरों का इस्तेमाल करते हुए एक रस्सी बनाई। जेल अधिकारी इस बात से अभी भी अनजान हैं कि वह बिना किसी मदद के जेल की दीवार कैसे फांद गया। जेल की 6 मीटर ऊंची दीवार पर बाड़ लगी हुई है और उसमें बिजली का करंट दौड़ता है। जब वो भागा तब करंट नहीं दौड़ रहा था। उस समय ड्यूटी पर तैनात तीन जेल अधिकारियों को प्रारंभिक जांच में लापरवाही पाए जाने के बाद निलंबित कर दिया गया है।
चार्ली को पकड़वाने में किसने की मदद?
उधर, पुलिस ने जल्द ही बड़े स्तर पर तलाशी अभियान शुरू किया और एक स्थानीय निवासी विनोज से मिली सूचना के आधार पर चार्ली को फिर से पकड़ लिया गया। विनोज ने उसे सुबह के समय थलप में देखा था।
विनोज ने कहा, "मैं अपनी बाइक पर जा रहा था तभी मैंने देखा कि एक शख्स सड़क के बाईं ओर धीरे-धीरे चल रहा है। वह एक भिखारी जैसा दिख रहा था और हम कुछ देर तक एक-दूसरे को देखते रहे। मुझे पहले ही पता था कि गोविंदाचामी जेल से भाग चुका है। मैंने जिस आदमी को देखा, उसके बारे में कुछ ऐसा था जो मुझे संदिग्ध लगा। जब मैंने उसका नाम लिया तो वो तुरंत एक पतली सी गली में घुस गया और एक निर्माणाधीन इमारत की दीवार फांद कर भाग गया।"
पुलिस ने उजागर कर दी थी पहचान
बाद में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसकी पहचान की पुष्टि की। इसी के आधार पर पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से तलाशी और तेज कर दी। एनएसएसओ के एक कर्मचारी एम. उन्नीकृष्णन ने परिसर का निरीक्षण करते समय गोविंदाचामी को कुए में देखा। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने गोविंदाचामी को गिरफ्तार कर लिया। फिर उसे कन्नूर टाउन थाने ले जाया गया और मेडिकल जांच के बाद केंद्रीय कारागार ले जाया गया।
कौन है गोविंदाचामी उर्फ चार्ली?
गोविंदाचामी मूल रूप से तमिलनाडु के विरुधाचलम का रहने वाला है। एर्नाकुलम से शोरानूर जा रही पैसेंजर ट्रेन में अकेली यात्रा कर रही पीड़िता को चलती ट्रेन से बाहर धकेल दिया गया और रेलवे ट्रैक पर उसके साथ बलात्कार किया गया। बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई। 2011 के इस मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था और सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बहस छेड़ दी थी।
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