भारत-पाक तनाव के बीच कहीं आपके जिले में तो नहीं होगी मॉक ड्रिल? देखें यूपी-बिहार समेत सभी जिलों की लिस्ट
भारत और पाकिस्तान के खराब होते रिश्तों के बीच भारत ने सभी राज्यों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नोटिस जारी करते हुए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मॉक ड्रिल करने का आदेश दिया है। 7 मई को होने वाली इस मॉक ड्रिल में अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 300 जिले शामिल होंगे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार की शाम सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मॉक ड्रिल करने का आदेश दिया है। यह मॉक ड्रिल कल यानी 7 मई को होगी। इसे लेकर तैयारियां जोर शोर पर हैं।
गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को सर्कुलर भेजा है। इसके अनुसार, 7 मई को देश के 300 जिलों में नागरिक सुरक्षा अभ्यास और रिहर्सल आयोजित की जाएगी।
2010 की लिस्ट वायरल
बता दें कि 2010 में भी गृह मंत्रालय ने मॉक ड्रिल करने का आदेश दिया था, इस दौरान 244 जिलों की सूची सामने आई थी। इस लिस्ट में देश के कई बड़े शहरों के नाम शामिल थे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार भी इन्हीं 244 जिलों में मॉक ड्रिल की जाएगी।
यह भी पढ़ें- भागो-भागो, आग लगी... हो सकता है ब्लैकआउट! घबराएं नहीं, कल पूरे उत्तर प्रदेश में Mock Drill की तैयारी
300 जिलों में होगी मॉक ड्रिल
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक मॉक ड्रिल 244 नहीं बल्कि 300 जिलों में की जाएगी। हालांकि यह जिले कौन से होंगे? इसकी स्पष्ट जानकारी अभी सामने नहीं आई है। मगर, रिपोर्ट के अनुसार, परमाणु संयंत्र, सैन्य अड्डे, तेल रिफाइनरियां और हाइड्रोपावर प्लांट्स वाले जिलों में मॉक ड्रिल होने की संभावना है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही 2010 का मॉक ड्रिल आदेश और 244 जिलों की लिस्ट। फोटो- सोशल मीडिया
क्या होती है मॉक ड्रिल?
मॉक ड्रिल एक प्रकार का अभ्यास होता है, जो किसी आपातकालीन स्थिति में किया जाता है। आमतौर पर प्राकृतिक आपदा, आग लगने, आतंकवादी हमला समेत अन्य संकटों से बचने के लिए मॉक ड्रिल करवाई जाती है। इसका उद्देश्य आने वाले खतरे से लोगों को सतर्क रखना और जागरूकता बढ़ाना होता है। मॉक ड्रिल में एयर रेड वॉर्निंग सिस्टम, इंडियन एयर फोर्स के साथ हॉटलाइन रेडियो कम्युनिकेशन लिंक्स, आम लोगों को डिफेंस ट्रेनिंग, क्रैश ब्लैकआउट मेजर्स जैसी प्रेक्टिस शामिल होती हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।