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    Cyclone Remal: पूर्वोत्तर का चार राज्य और 38 लोगों की मौतें...; असम, मेघालय, मिजोरम व नगालैंड में चक्रवात रेमल ने मचाई भारी तबाही

    By Agency Edited By: Sonu Gupta
    Updated: Wed, 29 May 2024 10:30 PM (IST)

    चक्रवात रेमल के कारण पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्य प्रभावित हुए हैं। चार राज्यों में भारी बारिश और भूस्खलन में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई है। इससे पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों में सड़क एवं रेल संपर्क भी प्रभावित हुआ है। मिजोरम में 29 लोग मारे गए जिनमें से 25 की मौत आइजोल जिले में खदान ढहने से हुई।

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    पूर्वोत्तर के चार राज्यों में भारी बारिश और भूस्खलन ने मचाई तबाही।

    आईएएनएस, गुवाहाटी। चक्रवात रेमल के कारण पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्य प्रभावित हुए हैं। चार राज्यों में भारी बारिश और भूस्खलन में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई है। इससे पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों में सड़क एवं रेल संपर्क भी प्रभावित हुआ है। मिजोरम में 29 लोग मारे गए, जिनमें से 25 की मौत आइजोल जिले में खदान ढहने से हुई, जबकि नगालैंड में चार, असम में तीन और मेघालय में दो लोगों की मौत हुई है।

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    बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन

    तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए तथा बिजली और इंटरनेट सेवाएं बाधित हुई है।पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के लुमडिंग डिवीजन के अंतर्गत न्यू हाफलोंग-जटिंगा लामपुर सेक्शन और डिटोकचेरा यार्ड के बीच जलभराव के कारण कई ट्रेनें या तो रद कर दी गईं या आंशिक रूप से रद कर दी गईं तथा उनके समय में परिवर्तन किया गया।

    खदान स्थल से 25 शव बरामद

    आपदा प्रबंधन और पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आइजोल में मेल्थम और हिलीमेन के बीच खदान स्थल से अब तक 25 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि कई अन्य अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं। जिले के सलेम, ऐबाक, लुंगसेई, केल्सिह और फल्कन में भूस्खलन की घटनाओं के बाद छह लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लापता हैं। नगालैंड में विभिन्न घटनाओं में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई जबकि राज्य के विभिन्न हिस्सों में 40 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए।

    कामरूप और मोरीगांव में तीन लोगों की मौत

    असम में कामरूप और मोरीगांव जिलों में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 17 अन्य घायल हो गए। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में एक स्कूल बस पर पेड़ की टहनी गिर गई, जिससे 12 छात्र घायल हो गए। मोरीगांव में अलग-अलग घटनाओं में पांच अन्य घायल हो गए।

    मेघालय में भारी बारिश

    मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने चक्रवात रेमल के बाद भारी बारिश और भूस्खलन के मद्देनजर अपने राज्य में उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। मेघालय में भारी बारिश के कारण दो लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। राज्य लगातार हो रही बारिश के कारण 17 गांवों में बड़ी संख्या में घर क्षतिग्रस्त हो गए है।

     त्रिपुरा में भारी बारिश के साथ 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं, जिससे 470 घर क्षतिग्रस्त हो गए और 750 लोगों को विभिन्न जिलों में 15 राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।

    केरल में हुई बारिश

    वहीं, केरल के कई जिलों में बुधवार को मध्यम बारिश हुई, जबकि मौसम विभाग ने राज्य के पांच जिलों कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम और एर्नाकुलम में बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

    मणिपुर में भारी बारिश के कारण 100 से ज्यादा लोग प्रभावित

    मणिपुर के इंफाल घाटी के पास भारी बारिश के कारण 100 से भी ज्यादा लोग प्रभावित हुए। उफान पर आई इंफाल नदी के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए। सैकड़ों घरों में पानी घुस गया। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया।

    इंफाल के कई जिले प्रभावित

    इंफाल जिले के हिंगांग और खुरई विधानसभा क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों को नावों से सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया जा रहा है। यूरोपीय संघ ने मणिपुर में ओलावृष्टि और भारी बारिश से प्रभावित लोगों की मदद के लिए 250,000 यूरो (2.26 करोड़ रुपये से अधिक) की वित्तीय सहायता की घोषणा की है।

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