सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर जैस्मिन जफर ने मंदिर के तालाब में धोए पैर तो बढ़ा बवाल, अब होगा शुद्धीकरण
केरल के गुरुवायुर श्री कृष्ण मंदिर में जास्मिन जफर के इंस्टाग्राम रील से विवाद हो गया। मंदिर के तालाब में पैर डुबोने पर श्रद्धालुओं ने धार्मिक भावनाओं के अपमान का आरोप लगाया। मंदिर प्रशासन ने शुद्धिकरण अनुष्ठान शुरू किया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जास्मिन ने माफी मांगी पर भक्तों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। गुरुवायुर मंदिर भारत के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केरल के पवित्र गुरुवायुर कृष्ण मंदिर में एक इंस्टाग्राम रील ने बवाल खड़ा कर दिया है। बिग बॉस मलयालम की एक्स-कंटेस्टेंट और इंफ्लूएंसर जैस्मिन जफर ने मंदिर के पवित्र तालाब में पैर डुबोकर एक वीडियो बनाया। इसके बाद श्रद्धालुओं का गुस्सा भड़क गया।
यह वीडियो इतना वायरल हुआ कि मंदिर प्रशासन को छह दिन का शुद्धिकरण अनुष्ठान शुरू करना पड़ा। भक्तों और सांस्कृतिक समूहों ने इसे धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया है। जैस्मिन के इस कृत्य ने न केवल परंपराओं को ठेस पहुंचाई, बल्कि मंदिर के नियमों का भी उल्लंघन किया।
गुरुवायुर देवस्वम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तालाब और मंदिर को शुद्ध करने के लिए 18 विशेष पूजाओं और 18 शीवेली (जुलूस) का आयोजन शुरू किया है। यह अनुष्ठान आज, 26 अगस्त 2025 से शुरू हो चुका है और इसके दौरान मंदिर में दर्शन पर रोक रहेगी।
मंदिर प्रशासन ने क्या कहा?
गुरुवायुर देवस्वम के प्रशासक ने इस मामले में मंदिर पुलिस में शिकायत दर्ज की है। शिकायत में जैस्मिन पर धार्मिक प्रोटोकॉल तोड़ने और हाई कोर्ट के उस आदेश का उल्लंघन करने का आरोप है, जिसमें मंदिर के पवित्र क्षेत्रों में फोटोग्राफी पर पाबंदी है।
प्रशासन का कहना है कि यह कृत्य न केवल मंदिर की पवित्रता को ठेस पहुंचाता है, बल्कि भक्तों की भावनाओं को भी आहत करता है।
मामला तूल पकड़ने के बाद सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई। कई लोगों ने जैस्मिन की हरकत को गैर-जिम्मेदाराना बताया, जबकि कुछ ने इसे अनजाने में हुई गलती करार दिया। लेकिन भक्तों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा और मंदिर प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है।
जैस्मिन ने मांगी माफी
विवाद बढ़ता देख जैस्मिन जफर ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। उन्होंने कहा, "मेरी इस हरकत का मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। यह मेरी नादानी थी, मुझे इसकी जानकारी नहीं थी।" जैस्मिन ने अपने बयान में भक्तों और मंदिर प्रशासन से माफी मांगते हुए कहा कि वह भविष्य में ऐसी गलती नहीं दोहराएंगी।
लेकिन उनकी माफी ने भी भक्तों का गुस्सा पूरी तरह शांत नहीं किया। कई लोग इसे महज दिखावा बता रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि मंदिर के नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
गुरुवायुर मंदिर का क्या है महत्व?
गुरुवायुर श्री कृष्ण मंदिर केरल के छोटे से शहर गुरुवायुर में स्थित है और यह भगवान गुरुवायुरप्पन को समर्पित है।
यह मंदिर न केवल केरल, बल्कि पूरे भारत में हिंदुओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। लाखों भक्त यहां दर्शन के लिए आते हैं, और मंदिर की परंपराएं और नियम भक्तों के लिए बेहद पवित्र माने जाते हैं।
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