'दुकानदारों का प्रयास देखकर अच्छा लगा', GST 2.0 लागू होने के बाद पीएम मोदी ने और क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवरात्र की शुभकामनाएँ देते हुए जीएसटी दरों में सुधार को आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि इससे विकसित भारत का सपना तेजी से पूरा होगा छोटे उद्योगों और कारोबारियों की सुविधाएँ बढ़ेंगी और देशवासियों को प्रतिवर्ष लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये तक की बचत होगी।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देशवासियों को नवरात्र की शुभकामना देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को जीएसटी दरों में सुधार को आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में बड़ा कदम बताया है।
उन्होंने कहा कि इससे विकसित भारत का सपना तेजी से पूरा होगा। छोटे उद्योगों एवं कारोबारियों की सुविधाएं बढ़ेंगी। साथ ही देशवासियों की प्रतिवर्ष लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये तक की बचत होगी। पीएम ने इन बदलावों को 'जीएसटी बचत उत्सव' बताया।
पहले और बाद की दर की लगाई तख्ती
जीएसटी की नई दर लागू होने से एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने देश के नाम संबोधन किया था। सोमवार को जब यह लागू हो गया तो जनता के नाम अपने पत्र में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि कई दुकानदारों ने यह तख्ती भी लटकाई की किसी वस्तु की पहले क्या दर थी और अब क्या है।
उन्होंने कहा कि नए जीएसटी सुधारों से किसान, महिला, युवा, गरीब, मध्यमवर्गीय परिवार, व्यापारी और छोटे उद्योग सभी को सीधा लाभ होगा। सबसे बड़ी राहत यह है कि अब जीएसटी स्लैब को सरल कर दिया गया है। सिर्फ दो दरें ही प्रमुख रूप से लागू होंगी। खाने-पीने की वस्तुएं, दवाइयां, साबुन, टूथपेस्ट सहित रोजमर्रा की ज्यादातर चीजें अब या तो टैक्स-फ्री होंगी या पांच प्रतिशत की न्यूनतम दर में आएंगी। अधिकांश घरेलू खर्चों पर बोझ घट जाएगा।
पीएम मोदी ने नागरिकों से स्वदेशी सामान खरीदने की अपील की। व्यापारियों से स्वदेशी सामान बेचने का आग्रह करते हुए कहा कि जब भी लोग देशी कारीगरों और श्रमिकों का सामान खरीदते हैं तो न केवल लाखों परिवारों की रोजी-रोटी चलती है बल्कि युवाओं के लिए रोजगार भी बनता है। वर्ष 2047 में विकसित भारत के लक्ष्य की याद दिलाते हुए कहा कि इसका सीधा रास्ता है आत्मनिर्भरता। जीएसटी सुधार इसी आत्मनिर्भरता को तेजी देगा और हर एक परिवार को राहत।
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