सीमेंट पर GST घटने से रियल एस्टेट में खुशी की लहर, घर खरीदारों को मिलेंगे किफायती ऑप्शन
सीमेंट और घर बनाने के उपकरणों पर जीएसटी दरें घटने से हाउसिंग सेक्टर में सकारात्मक असर होगा। रियल एस्टेट उद्योग ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। सीमेंट पर जीएसटी 28% से घटकर 18% होने से घर बनाने की लागत में कमी आएगी। ग्रेनाइट ब्लॉक पर भी जीएसटी दर कम की गई है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सीमेंट व घर बनाने के दूसरे उपकरणों पर जीएसटी की दरों में कटौती का व्यापक असर देश के हाउसिंग सेक्टर में देखने को मिल सकता है। यही वजह है कि रीयल एस्टेट उद्योग की तरफ से भी सरकार के फैसले का जोर शोर से स्वागत किया गया है। भारत में घर बनाने में सीमेंट की कुल लागत 12 से 15 फीसद तक हो सकती है।
अब सरकार ने सीमेंट पर जीएसट की दर को 28 से घटा कर 18 फीसद कर दिया है। ऐसे में घर बनाने की लागत में कमी आना निश्चित है। इसी तरह से ग्रेनाइट ब्लॉक पर जीएसटी की दर को 12 से घटा कर पांच फीसद कर दिया गया है।
लागत दक्षता में सुधार से लाभ होगा
भारतीय ग्रूप के चेयरमैन स्नेहदीप अग्रवाल ने कहा है कि, 'सीमेंट, स्टील और संबंधित निर्माण सामग्री पर जीएसटी में कमी रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक समयोचित और अत्यंत आवश्यक प्रोत्साहन है। कम इनपुट लागत से डेवलपर्स को बेहतर डिजाइन, आधुनिक सुविधाओं और टिकाऊ प्रथाओं में अधिक निवेश करने की सुविधा मिलेगी, साथ ही घर खरीदारों के लिए अधिक किफायती विकल्प सुनिश्चित होंगे।'
उन्होंने कहा कि कॉर्पोरेट रियल एस्टेट को भी लागत दक्षता में सुधार से लाभ होगा, जिससे कार्यालय और वाणिज्यिक परियोजनाएं व्यवसायों और निवेशकों का आकर्षण बढ़ेगा।' रीयल एस्टेट कंपनियों का संगठन क्रेडाई ने कहा है कि जीएसटी की नई दरें महंगाई की चुभन को कम करेगी।
लोगों के पास खर्च करने के लिए ज्यादा पैसा बचेगा। इसका असर आवास की खरीद पर दिखाई देगा। घर निर्माण एक बहुत ही बड़ा उद्योग है जिससे 40 से ज्यादा उद्योग सीधे तौर पर जुड़े हैं। ऐसे में जब घरों को बिक्री बढ़ेगी तो उससे जुड़े दूसरे उद्योगों की मांग भी बढ़ेगी।
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