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    6 साल बाद Two Wheeler की बिक्री ने तोड़ा रिकॉर्ड, शो-रूम के बाहर उमड़ी भीड़; क्या है वजह?

    Updated: Tue, 30 Sep 2025 10:00 PM (IST)

    जीएसटी दरों में कटौती के बाद दोपहिया वाहनों के बाजार में तेजी आई है। हीरो मोटोकॉर्प के अनुसार 22 सितंबर 2025 के बाद से शोरूमों में ग्राहकों की भारी भीड़ देखी जा रही है। कंपनी को उम्मीद है कि छह वर्षों में स्कूटर और मोटरसाइकिलों की बिक्री कोरोना काल से पहले के स्तर को पार कर जाएगी।

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    कोरोना काल से पहले के रिकॉर्ड स्तर को भी पार कर सकती है बिक्री (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जीएसटी की दरों में कटौती ने दोपहिया वाहनों के बाजार की सुस्ती को पूरी तरह से दूर कर दिया है। 22 सितंबर, 2025 के बाद शो-रूम के बाहर उमड़ने वाली भीड़ दोपहिया वाहन निर्माता कंपनियों की उम्मीदों से ज्यादा है। संभावना है कि छह वर्षों बाद देश में स्कूटरों व मोटरसाइकिलों की बिक्री कोरोना काल से पहले के रिकॉर्ड स्तर को भी पार कर सकती है।

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    देश की सबसे बड़ी दोपिहया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प के चीफ बिजनेस ऑफिसर (सीबीओ) आशुतोष वर्मा ने दैनिक जागरण को बताया कि जीएसटी कटौती से ना सिर्फ दोपहिया वाहन बाजार में लंबे समय तक मांग बने रहने की जमीन तैयार हो गई है बल्कि हम वर्ष 2018-19 की रिकॉर्ड बिक्री को भी पार करने की तरफ बढ़ गये हैं। तब भारतीय बाजार में 2.10 करोड़ दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई थी।

    2024-25 में 1.88 करोड़ बिक्री

    वर्ष 2024-25 में 1.88 करोड़ बिक्री की गई थी। हीरो मोटोरकार्प के सीबीओ वर्मा ने बताया कि वर्ष 2007-08 में भी वैश्विक मंदी के बाद जब उत्पाद शुल्क में कटौती की गई थी तो उसका असर दोपहिया वाहन बाजार में कई वर्षों तक रहा। इस बार भी पूरी उम्मीद उसी तरह की है। 22 सितंबर से जीएसटी कटौती लागू हुई हुआ है विगत कुछ दिनों का अनुभव बताता है कि पहली बार दोपहिया वाहन खरीदने वालों की भीड़ भी बढ़ गई है और पुराने मोटरसाइकल या स्कूटर की जगह नई खरीदने वालों की भी भीड़ बढ़ गई है।

    हम देख रहे हैं कि 60 हजार रुपये से लेकर 1.75 लाख रुपये तक यानी हर वर्ग के दोपहिया वाहनों की मांग तेज हो चुकी है। मांग को पूरा करने के लिए हमने अभी महीने के पूरे 30 दिन (पहले औसतन 25 दिन) काम करने का फैसला किया है। दो शिफ्ट की जगह कई जगह पर तीन शिफ्टों में या चार शिफ्टों में काम हो रहा है। हमारे सारे वेंडर्स भी ओवरटाइम कर रहे हैं। वर्मा यह भी बताते हैं कि अभी जो मांग दिख रही है वह संभवत: एक अक्टूबर, 2025 के बाद और बढ़ेगी। इसके पीछे वजह यह है कि अभी ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के हाथ में, खास तौर पर किसानों के पास फसल की कमाई आनी शुरु नहीं हुई है।

    अमूमन यह अक्टूबर के पहले हफ्ते से शुरू हो जाती है। इस बार मानसून बहुत अच्छी रही है और पिछले बजट में आय कर में छूट दी गई है। इन दोनों से भी दोपहिया वाहनों की मांग तेज होगी। हीरो मोटोकार्प ने मांग को देखते हुए अपनी क्षमता को बेहतर करने की शुरूआत कर दी है। पिछले एक वर्ष के भीतर एक दर्जन दोपहिया वाहन लांच करने वाली हीरो मोटोकार्प इस वित्त वर्ष के शेष महीनों और अगले वित्त वर्ष के दौरान भी भारतीय ग्राहकों की मांग के हिसाब से कई नए मॉडल बाजार में उतारने की तैयारी में है।

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