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    नरसिम्हा राव को भारत रत्न: पोते एनवी राव का गांधी परिवार पर फूटा गुस्सा, बेटी सुरभि वाणी ने दी पहली प्रतिक्रिया

    By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya
    Updated: Fri, 09 Feb 2024 02:26 PM (IST)

    दिवंगत प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को शुक्रवार को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। पूर्व प्रधानमंत्री के पोते एनवी सुभाष राव ने खुशी जाहिर करते हुए नरसिम्हा राव को भारत रत्न देने पर पीएम मोदी की सराहना की। एनवी सुभाष राव ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मैं वास्तव में बहुत खुश हूं कि लंबे समय के बाद नरसिम्हा राव को भारत रत्न मिला है।

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    दिवंगत प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को शुक्रवार को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

    एएनआई, हैदराबाद। दिवंगत प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को शुक्रवार को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। पूर्व प्रधानमंत्री के पोते एनवी सुभाष राव ने खुशी जाहिर करते हुए नरसिम्हा राव को भारत रत्न देने पर पीएम मोदी की सराहना की। एनवी सुभाष राव ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि "मैं वास्तव में बहुत खुश हूं कि लंबे समय के बाद नरसिम्हा राव को भारत रत्न मिला है।"

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    उन्होंने कहा, "मैं बहुत खुश हूं और पीएम मोदी का आभारी हूं। उनके योगदान को मान्यता दी गई है। उनके योगदान को लंबे समय तक नजरअंदाज किया गया है।" सुभाष राव ने कहा, "पीएम मोदी ने नरसिम्हा राव को सम्मानित किया है, हालांकि वह कांग्रेस पार्टी से हैं। अब, मैं 2004 से 2014 तक यूपीए सरकार खासकर गांधी परिवार को दोषी ठहराता हूं, जब यूपीए केंद्र में सरकार सत्ता में थी, भारत रत्न तो दूर, कोई पुरस्कार भी नहीं मिला।"

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    बीजेपी नेता ने कहा, "कांग्रेस पार्टी की विफलताओं के लिए नरसिम्हा राव को 'बलि का बकरा' बनाने में गांधी परिवार की बहुत बड़ी भूमिका थी... हालांकि, यह हमारे लिए गर्व की बात है, यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि लंबे समय के बाद नरसिम्हा राव को भारत रत्न मिला है।"

    उन्होंने आगे कहा, "इस समय मैं बहुत, बहुत भावुक महसूस कर रहा हूं, क्योंकि हम उम्मीद कर रहे थे कि भारत रत्न में देरी होगी। लेकिन भाजपा तेलंगाना के प्रयासों के कारण यह सपना सच हुआ है। एक परिवार के सदस्य के रूप में मैं इसके लिए भाजपा तेलंगाना को भी धन्यवाद देता हूं।"

    बेटी सुरभि वाणी ने जताई खुशी

    वहीं, नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर उनकी बेटी और बीआरएस एमएलसी सुरभि वाणी देवी ने कहा है कि "यह बहुत खुशी का पल है। शानदार मान्यता...मैं बहुत उत्साहित हूं..." वाणी ने कहा कि नरसिंह राव उस वक्त प्रधानमंत्री बने थे जब देश मुश्किल समय का सामना कर रहा था। उन्होंने (राव ने) सुधारों को लागू किया जिसकी पूरे विश्व ने सराहना की।

    उन्होंने कहा, ‘‘दलगत भावना से ऊपर उठकर राव के योगदान को मान्यता देना और भारत रत्न प्रदान करना हमारे प्रधानमंत्री (मोदी) के अच्छे मूल्यों को दर्शाता है।’’ कांग्रेस नेता नरसिंह राव ने प्रधानमंत्री रहने के दौरान सुधारों की पहल की और अर्थव्यवस्था से लेकर विदेश मामलों जैसे क्षेत्रों में समस्याओं का स्थायी समाधान तलाशा।

    वाणी ने कहा, ‘‘भारत रत्न सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। हालांकि, इसमें कुछ देर हुई, लेकिन ठीक है। तेलंगाना के लोग नरसिंह राव को भारत रत्न दिये जाने से बहुत खुश हैं। परिवार के सदस्य अभिभूत हैं।’’ उन्होंने इस बात की भी सराहना की कि पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) नीत तेलंगाना की पूर्ववर्ती सरकार ने नरसिंह राव की जन्म शताब्दी को व्यापक स्तर पर मनाया था। उन्होंने कहा कि नरसिंह राव किसी दक्षिणी राज्य से प्रधानमंत्री बनने वाले पहले नेता थे।

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    पीएम मोदी ने नरसिम्हा राव को किया याद

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि नरसिम्हा राव का "दूरदर्शी नेतृत्व" भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में सहायक था।

    उन्होंने कहा, "एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में नरसिम्हा राव गारू ने विभिन्न क्षमताओं में बड़े पैमाने पर भारत की सेवा की। उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद और विधान सभा के सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए समान रूप से याद किया जाता है।"

    पीएम मोदी ने आगे लिखा, "प्रधानमंत्री के रूप में नरसिम्हा राव का कार्यकाल महत्वपूर्ण कदम उठाने के रूप में जाना जाता है जिन्होंने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला। इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान एक ऐसे नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है, जिन्होंने न केवल महत्वपूर्ण बदलावों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाया बल्कि इसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया।"