Grahan 2026 List: नए साल का पहला ग्रहण कब लगेगा? सूर्य-चंद ग्रहण, ब्लड मून-रिंग ऑफ फायर समेत पूरी डिटेल
साल 2026 में कई खगोलीय घटनाएं होंगी, जिनमें चार ग्रहण प्रमुख हैं। 17 फरवरी को 'रिंग ऑफ फायर' वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जबकि 3 मार्च को पूर्ण चंद्र ग्र ...और पढ़ें

2026 में कितने ग्रहण।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। साल 2026 का आगाज होने वाला है। नए साल में आपको ऐसी कई आकाशीय घटनाएं देखने को मिलेंगी जो आपका ध्यान अपनी ओर खीचेंगी। इस साल की शुरुआत ग्रहणों और ग्रहों के जमावड़े की एक सीरीज के साथ होगी, जो इतने करीब दिखाई देंगे कि आपको जुड़े हुए महसूस होंगे।
इनमें के कुछ छोटे होंगे, कुछ केवल संकरे रास्तों से ही दिखाई देंगे। दूसरे कुछ धीरे-धीरे बदलते हुए दिखेंगे, जिनमें रोशनी और रंग में बदलाव देखने को मिलेगा। हालांकि ये बदलाव रोजमर्रा की जिंदगी में बदलाव नहीं डालते फिर भी यह चुपचाप इस बात को बदल देते हैं कि लोग कितनी बार आसमान को निहारते हैं।
आसमान के निहारने के शौकीनों के लिए साल 2026 काफी महत्वपूर्ण है। इस साल 6 महीने में चार ग्रहण देखने को मिलेंगे। सूर्य और चंद्रमा की घटनाएं एक-दूसरे के कुछ हफ्तों के भीतर होती हैं, जिससे यह साल आसमान देखने वालों के लिए असामान्य रूप से भरा हुआ होने वाला है।
17 फरवरी 2026 को होगा रिंग ऑफ फायर
17 फरवरी को साल का पहला ग्रहण होगा, यह एक वलयकार सूर्य ग्रहण होगा, जिसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है। इस दौरान चंद्रमा सूर्य के सामने से गुजरेगा लेकिन उसे पूरी तरह से नहीं ढकेगा। किनारे के चारों ओर सूर्य की रोशनी का एक पतला घेरा दिखाई देगा। सूर्य का 96 फीसदी हिस्सा दो मिनट 20 सेकेंड तक ढका रहेगा। लेकिन यह दूर-दराज के दक्षिणी क्षेत्रों से गुजरेगा, जिस कारण इसे बहुत कम लोग सीधे देख पाएंगे।
कब दिखाई देगा ब्लड मून?
नए साल का पूर्ण चंद्र ग्रहण 3, मार्च 2026 को लगेगा। इस दौरान चंद्रमा पूरी तरह पृथ्वी की छाया में चला जाएगा। लगभग 58 मिनट तक यह लाल रंग का चमकेगा। यह प्रभाव पृथ्वी के वायुमंडल से छनकर चंद्रमा की ओर मुड़ी हुई सूर्य की रोशनी के कारण होती है। सूर्य ग्रहण के विपरीत, चंद्र ग्रहण धीरे और सौम्य होते हैं। इसे देखने के लिए किसी खास उपकरण की जरूरत नहीं होगा। यह 2029 से पहले का आखिरी पूर्ण चंद्र ग्रहण भी होगा, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।
12 अगस्त 2026 क्यों है खास?
आसमान में दिलचस्पी रखने वालों के लिए सबसे बहुप्रतिक्षित इंवेंट 12 अगस्त 2026 को होगा। उस दिन, उत्तरी अटलांटिक और मु्ख्य यूरोप के कुछ हिस्सों में पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। यह दो मिनट 18 सेकेंड तक रहेगा, जो आइसलैंड के पास अपने पीक पर होगा। इस दौरान रास्ते में आने वाले इलाको में रोशनी हल्की जाएगी। सूर्य का बाहरी वातावरण दिखाई दे सकता है। 1999 के बाद मुख्य यूरोप में देखा जाने वाला पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा।
2027 में लगेगा सदी का सबसे लंबा सूर्यग्रहण
12 अगस्त 2026 का ग्रहण एक छोटी लेकिन तीव्र श्रृंखला की शुरुआत करता है। 2 अगस्त 2027 को एक और पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, जो अपने सबसे लंबे बिंदू पर 6 मिनट 22 सेकेंड तक चलेगा। यह इस सदी की सबसे लंबा पूर्ण ग्रहण होगा। एक साल से भी कम समय के भीतर 22 जुलाई 2028 को पूर्णता फिर वापस आएगी। ये तीनों खगोलीय घटनाएं सिर्फ 710 दिनों के भीतर होगीं, जो कक्षीय चक्रों का एक दुर्लभ संयोग है।

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