भारतीय भाषाओं में AI क्षमता विकसित कर रहा गूगल डीपमाइंड, कृषि और स्वास्थ्य में दे सकता है योगदान
गूगल डीपमाइंड के वरिष्ठ निदेशक डा. मनीष गुप्ता ने जागरण न्यू मीडिया से बातचीत में भारतीय भाषाओं में एआइ क्षमता विकसित करने की बात कही। उन्होंने भारत में एआइ के भविष्य चुनौतियों और संभावनाओं पर प्रकाश डाला। डा. मनीष ने एआइ को सहयोग की भावना से देखने और भारत की कृषि और स्वास्थ्य जैसी चुनौतियों में इसके योगदान की बात कही।

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। गूगल डीपमाइंड के वरिष्ठ निदेशक डा. मनीष गुप्ता ने कहा है कि गूगल डीपमाइंड भारतीय भाषाओं में एआइ क्षमता विकसित कर रहा है।
जागरण न्यू मीडिया के एडिटर इन चीफ राजेश उपाध्याय से बातचीत में डा.मनीष ने भारत में एआइ के भविष्य, चुनौतियों और संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि एआइ को प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि सहयोग की दृष्टि से देखें। भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में हमारी कोशिश है कि टेक्नोलाजी केवल कुछ लोगों तक सीमित न रहे।
उन्होंने कहा कि एआइ का भारत की प्रमुख चुनौतियों, जैसे कृषि और स्वास्थ्य में बहुत बड़ा योगदान हो सकता है। हमें सुनिश्चित करना है कि एआइ माडल्स स्वास्थ्य जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में गलत निर्णय न लें। हमने कल्चरल अंडरस्टैं¨डग बेंचमार्क बनाया है ताकि पक्षपात की पहचान कर उसे सुधारा जा सके।
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