आंध्र में जुड़ीं गोदावरी और कृष्णा नदियां
आंध्र प्रदेश में दो प्रमुख नदियों गोदावरी और कृष्णा को आपस में जोड़ दिया गया है। जल की कमी से जूझ रही कृष्णा नदी के डेल्टा में बसे किसानों को राज्य सरकार के इस कदम से बहुत लाभ होगा। गोदावरी और कृष्णा नदियों को आपस में जोडऩे के इस क्रम में
विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश में दो प्रमुख नदियों गोदावरी और कृष्णा को आपस में जोड़ दिया गया है। जल की कमी से जूझ रही कृष्णा नदी के डेल्टा में बसे किसानों को राज्य सरकार के इस कदम से बहुत लाभ होगा।
गोदावरी और कृष्णा नदियों को आपस में जोडऩे के इस क्रम में बुधवार को एक नहर के रास्ते गोदावरी का 80 टीएमसी जल कृष्णा नदी में छोड़ा गया है। दोनों नदियों को आपस में इस तरह से जोडऩे का विचार आंध्र के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडु को आया था। नायडू ने जल कृष्णा में छोडऩे से पहले पूजा की और फिर इब्राहिमपïट्टनम के पास इस नहर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर नायडु ने कहा कि दोनों नदियों के जल को जोड़कर इतिहास लिख दिया गया है।
पास के पश्चिमी गोदावरी जिले से बहता हुआ गोदावरी नदी का पानी यहां कृष्णा नदी से जुड़ता है। यह नया घटनाक्रम कृष्णा और गुंटुर जिले के लोगों के लिए वरदान साबित होने वाला है। उत्तरी कनार्टक में कृष्णा नदी पर बना अलमत्ती बांध दरअसल एक जलविद्युत परियोजना है। यह बांध जुलाई 2005 में पूरा हुआ था। एक सितंबर से सरकार गोदावरी के पानी को नहर के रास्ते छोडऩे के लिए ट्रायल कर रही थी। ताडीपुड़ी लिफ्ट के जरिए पानी को नहर में छोड़ा गया जिससे गोदावरी की सिंचाई परियोजना भी शुरू हो गई। उल्लेखनीय है कि गोदावरी नदी का 3000 टीएमसी पानी हर साल बंगाल की खाड़ी में गिर कर खारा हो जाता है।
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