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    ग्लोबल वर्क लाइफ बैलेंस इंडेक्स में भारत से पीछे है अमेरिका, टॉप पर न्यूजीलैंड; देखें पूरी लिस्ट

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 11:04 AM (IST)

    ग्लोबल वर्क-लाइफ बैलेंस 2025 की रिपोर्ट में न्यूजीलैंड शीर्ष पर है जहां कर्मचारियों को अच्छी पेड लीव और मैटरनिटी लीव मिलती हैं। अमेरिका 59वें स्थान पर है जहां कर्मचारियों को कम पेड लीव और कम न्यूनतम मजदूरी मिलती है। भारत 42वें स्थान पर है जहां कर्मचारियों को 35 दिन की पेड लीव मिलती है लेकिन हेल्थकेयर और लंबे वर्किंग आवर्स अभी भी चुनौती हैं।

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    ग्लोबल वर्क लाइफ बैलेंस इंडेक्स। फाइल फोटो

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आधुनिकता और डिजिटल युग में हर कोई आगे निकलना चाहता है। अमेरिका सरीखे कई देशों में लोग दिन-रात काम करते हैं। मगर, अब वर्क-लाइफ बैलेंस एक बड़ा मुद्दा बन गया है।

    लंबे वर्किंग आवर्स और अनबैलेंस्ड डाइट के कारण लोगों में हार्ट अटैक जैसे कई खतरे तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं, ग्लोबल वर्क-लाइफ बैलेंस (Global Work Life Balance) की रिपोर्ट के अनुसार, कई देश अब एम्लॉयी फर्स्ट की नीति अपना रहे हैं।

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    ग्लोबल वर्क-लाइफ बैलेंस 2025 की रिपोर्ट में न्यूजीलैंड ने बाजी मारी है। इस इंडेक्स में न्यूजीलैंड का स्कोर 86.87 रहा है। वहीं, अमेरिका इस लिस्ट में 59वें पायदान पर है, जो भारत से भी काफी पीछे है।

    न्यूजीलैंड टॉप पर

    इस रिपोर्ट के अनुसार, न्यूजीलैंड में कर्मचारियों की स्थिति सबसे बेहतर है।

    • न्यूजीलैंड में कर्मचारियों को साल में 32 दिन की पेड लीव (Paid Leave) मिलती है।
    • बीमारी में छुट्टी (Sick Leave) लेने पर सैलरी नहीं कटती है।
    • 26 हफ्तों की पेड मैटरनिटी लीव भी मिलती है।
    • इसके अलावा न्यूजीलैंड में कर्मचारियों को औसतन 1500 डॉलर (लगभग 1,32,000 रुपये) प्रति घंटे के हिसाब से सैलरी दी जाती है।

    अमेरिका में कर्मचारियों का खस्ता हाल

    ग्लोबल वर्क-लाइफ बैलेंस इंडैक्स में अमेरिका भारत से बहुत पीछे 59वें पायदान पर है। इस रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में कर्मचारियों को पेड लीव काफी कम मिलती हैं। वहीं, अमेरिका में न्यूनतम मजदूरी महज 7.25 डॉलर (लगभग 638 रुपये) प्रति घंटे के हिसाब से मिलती है।

    भारत 42वें स्थान पर

    ग्लोबल वर्क-लाइफ बैलेंस इंडैक्स में 45.81 के स्कोर के साथ भारत 42वें स्थान पर है। इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कर्मचारियों को साल में 35 दिन की पेड लीव मिलती है। हालांकि, खराब हेल्थकेयर, सीमित सिक लीव और लंबे वर्किंग आवर्स अभी भी चुनौती बने हुए हैं।

    रैंक देश स्कोर
    1 न्यूजीलैंड 86.87
    2 आयरलैंड 81.17
    3 बेल्जियम 75.91
    4 जर्मनी 74.65
    5 नॉर्वे 74.20
    6 डेनमार्क 73.76
    7 कनाडा 72.10
    8 ऑस्ट्रेलिया 30
    9 स्पेन 36
    10 फिनलैंड 36

    कैसे तैयार किया गया इंडेक्स?

    ग्लोबल वर्क-लाइफ बैलेंस रिपोर्ट तैयार करने के लिए दुनिया के 60 सबसे ज्यादा जीडीपी वाले देशों का सर्वे किया गया था। इस सर्वे में सार्वजनिक छुट्टियां, सिक लीव, मैटरनिटी लीव, न्यूनतम मजदूरी, हेल्थकेयर, हैप्पीनेस इंडेक्स, साप्ताहिक वर्किंग आवर्स और पब्लिक सेफ्टी जैसी चीजें शामिल थीं।

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