Global Food Crisis: संयुक्त राष्ट्र की UNDP Report से सामने आया निष्कर्ष वैश्विक महंगाई का भारतीय गरीबों पर असर नहीं
सरकार द्वारा उठाए गए मुफ्त खाद्यान्न वितरण एवं अन्य सरकारी उपायों से देश के गरीबों को मिली मदद -युद्ध की वजह से ब्रिटेन डेनमार्क आयरलैंड इटली आस्ट्रेलिया और मलेशिया के लोग हुए और गरीब। वही अमेरिका इजरायल के गरीबों पर भी नहीं हुआ महंगाई का असर।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक स्तर पर खाद्यान्न संकट और सप्लाई चेन बाधित होने से महंगाई में भारी बढ़ोतरी हुई। इसका असर यह हुआ कि कई विकसित और अमीर देश में निम्न आय वर्ग एवं गरीब तबके के लोग और गरीब हो गए। हालांकि सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों के चलते भारत के गरीबों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की हालिया रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है। युद्ध की वजह से जिन देशों के गरीब और गरीब हुए हैं, उनमें ब्रिटेन, डेनमार्क, आयरलैंड, इटली, आस्ट्रेलिया व मलेशिया जैसे देश भी शामिल हैं। यूएनडीपी ने महंगाई और खाद्य संकट से प्रभावित तीन प्रकार के निम्न आय वर्गों से जुड़े लोगों का मूल्यांकन किया। इनमें रोजाना 152 रुपये, 264 रुपये व 440 रुपये खर्च करने वाले लोगों को शामिल किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक अलग- अलग देशों में अलग-अलग आय वर्ग के लोग बढ़ती महंगाई और खाद्य वस्तुओं के संकट से प्रभावित हुए।
भारत में रोजाना 152 रुपये खर्च करने वालों पर कोई असर नही
रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक महंगाई से भारत में रोजाना 152 रुपये खर्च करने वाले गरीबों की जिंदगी पर कोई फर्क नहीं पड़ा और एक भी व्यक्ति इससे प्रभावित नहीं हुआ। रोजाना 264 रुपये खर्च करने वाले 0.02 प्रतिशत तो रोजाना 440 रुपये खर्च करने वाले 0.04 प्रतिशत लोग वैश्विक महंगाई से प्रभावित हुए। हालांकि इस प्रभाव को नगण्य माना गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि वर्ष 2020 के अप्रैल महीने से सरकार लगातार 80 करोड़ लोगों को पांच किलोग्राम मुफ्त राशन दे रही है और यह कार्यक्रम इस साल सितंबर तक जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में जन-धन खाता रखने वाली 20 करोड़ महिलाओं को 1500-1500 रुपये उनके खाते में सरकार की तरफ से दिए गए। इन कदमों से गरीब और गरीब होने से बच गए।
अमेरिका, इजरायल के गरीबों पर भी नहीं हुआ महंगाई का असर
भारत की तरह अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, चीन, इजरायल जैसे देशों में किसी भी वर्ग के गरीब पर वैश्विक महंगाई का असर नहीं हुआ। बता दें सरकार एक-एक वस्तु की कीमत की लगातार निगरानी कर रही है और जरूरत के मुताबिक कदम उठा रही है। यही वजह है कि वैश्विक स्तर पर सप्लाई चेन बाधित होने और महंगाई बढ़ने के बावजूद भारतीय निम्न आय वर्ग पर कोई असर नहीं हुआ।