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    G20 Summit से गदगद हुए जो बाइडन, बोले- इस साल के शिखर सम्मेलन ने साबित कर दिया...

    G20 Summit 2023 जी 20 के दिल्ली घोषणापत्र में कई मुद्दों पर आम सहमति बनी है। घोषणापत्र में राष्ट्रों से अंतरराष्ट्रीय कानून को बनाए रखने का आह्वान किया गया जिसमें क्षेत्रीय अखंडता अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून और शांति और स्थिरता की रक्षा करने वाली बहुपक्षीय प्रणाली शामिल है। इसको लेकर बाइडन ने खुशी जताई और कहा कि इस बार के समिट से लग रहा है कि कई समस्याओं का हल निकलेगा।

    By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Sun, 10 Sep 2023 12:23 PM (IST)
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    G20 Summit 2023 जो बाइडन ने जी20 की तारीफ की।

    नई दिल्ली, एजेंसी। G20 Summit 2023 अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भारत में हुए जी20 शिखर सम्मेलन से काफी खुश दिखे। भारत से वियतनाम के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने इस सम्मेलन की खूब तारीफ की। बाइडन ने कहा कि इस साल का सम्मेलन कई मसलों को हल करने के लिए कामयाब रहा। 

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    बाइडन बोले- जी20 से समस्याओं का निकाला जा सकता है हल

    अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि जब पूरी दुनिया जलवायु संकट और आर्थिक संकट जैसी समस्याओं से जूझ रही है, तब इस बार के जी20 समिट ने साबित कर दिया है कि यहां से अभी भी जलवायु संकट और जंग जैसे कई दूसरे मुद्दों का समाधान निकाला जा सकता है।

    अंतरराष्ट्रीय कानून को बनाए रखने का आह्वान

    बीते दिन दिल्ली घोषणापत्र में कई बड़ी चीजों को अपनाने में सहमति बनी है। घोषणापत्र में राष्ट्रों से अंतरराष्ट्रीय कानून को बनाए रखने का आह्वान किया गया, जिसमें क्षेत्रीय अखंडता, अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून और शांति और स्थिरता की रक्षा करने वाली बहुपक्षीय प्रणाली शामिल है।

    दिल्ली घोषणापत्र में ये है शामिल

    घोषणापत्र में बेहतर भविष्य के लिए हरित विकास समझौते की परिकल्पना भी की गई है। इसमें स्वच्छ ईंधन, हाइड्रोजन के स्वैच्छिक सिद्धांत, बेहतर अर्थव्यवस्था और खाद्य सुरक्षा को लेकर सभी देशों में सहमति बनी।

    यह भी पढ़ें- जी20 समिट में 'नई दिल्ली लीडर्स घोषणा पत्र' को रूस ने बताया 'संतुलित', यूक्रेन ने क्या दी प्रतिक्रिया?

    घोषणापत्र की सबसे बड़ी उपलब्धि यह थी कि घोषणा के सभी 83 पैराग्राफ चीन और रूस के साथ 100 प्रतिशत सर्वसम्मति से पारित किए गए। पहली बार, घोषणापत्र में कोई फुटनोट या जी20 प्रेजिडेंट का सारांश शामिल नहीं था।

    शनिवार को जी20 की बैठक में अफ्रीकी संघ को भी जी20 के नए स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किया गया, जिससे अब ग्रुप में 21 सदस्य हो गए हैं।