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    G20 Summit: 'भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा' आर्थिक गतिविधियों को तेजी से बढ़ाएगा- ईईपीसी इंडिया

    भारतीय इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल इंडिया (EEPC India) ने सोमवार (11 सितंबर) को कहा जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रस्तावित भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा एक गेम-चेंजर परियोजना साबित होगी और वैश्विक व्यापार इंजीनियरिंग निर्यात को भारी गति देगी। ईईपीसी इंडिया के अध्यक्ष अरुण कुमार गरोडिया ने इस घोषणा का बाद कहा कि यह गलियारा वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को और अधिक लचीला बनाएगा।

    By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Mon, 11 Sep 2023 03:02 PM (IST)
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    भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाएगा (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    कोलकाता, एजेंसी। भारतीय इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल इंडिया (EEPC India) ने सोमवार (11 सितंबर) को कहा, जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रस्तावित 'भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा' एक गेम-चेंजर परियोजना साबित होगी और वैश्विक व्यापार, इंजीनियरिंग निर्यात को भारी गति देगी।

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    ईईपीसी इंडिया के अध्यक्ष अरुण कुमार गरोडिया ने कहा कि यह गलियारा "वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को और अधिक लचीला" बनाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य भारत को समुद्र और बंदरगाह के जरिए मध्य पूर्व के रास्ते से यूरोप से जोड़ना है।

    लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आएगी

    गरोडिया ने एक बयान में कहा, यह महाद्वीपों (Continents) में वस्तुओं और सेवाओं की आवाजाही को नए सिरे से परिभाषित करेगा क्योंकि इससे लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आएगी और शिपमेंट की डिलीवरी जल्दी होगी। उन्होंने कहा कि भारत के इंजीनियरिंग निर्यात क्षेत्र के लिए, मध्य पूर्व और यूरोप दोनों प्रमुख बाजार हैं। इस पैमाने का यहां परिवहन बुनियादी ढांचा होने से वैश्विक स्तर पर इसकी प्रतिस्पर्धा में काफी बढ़ोत्तरी होगी।

    आर्थिक गतिविधियों को काफी बढ़ावा मिलेगा

    अरुण गरोडिया ने आगे कहा कि इस परिवर्तनकारी परियोजना में निवेश से आर्थिक गतिविधियों को काफी बढ़ावा मिलेगा। नई नौकरियां पैदा होंगी और सबसे जरूरी बात यह है कि कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलेगी। बता दें कि 9 सितंबर को ही भारत, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ ने भारत-मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारा (IECC EC) स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किया।

    नए आर्थिक गलियारे को चीन-पाकिस्तान बेल्ट और रोड पहल के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। ईईपीसी इंडिया ने कहा कि जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल करना और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन की घोषणा अन्य दो ऐतिहासिक घटनाक्रम हैं जो व्यापार और निवेश पर सकारात्मक प्रभाव डालेंगे और स्थायी विकास का रास्ता तैयार करने में मदद करेंगे। गरोडिया ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की जी20 अध्यक्षता ने शानदार परिणाम दिए हैं।