भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य, नए BCG टीके का जल्द शुरू होगा क्लीनिकल परीक्षण: पूर्व CSIR प्रमुख
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) के पूर्व महानिदेशक डा. शेखर मांडे ने कहा है कि टीबी के नए बीसीजी टीके का क्लीनिकल परीक्षण जल्द शुरू होगा। उन्होंने कहा कि भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने की दिशा में काम हो रहा है।

नागपुर, पीटीआई। भारत में टीबी के लिए एक नए बीसीजी टीके का क्लीनिकल परीक्षण जल्द शुरू किया जाएगा। वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) के पूर्व महानिदेशक डा. शेखर मांडे ने शुक्रवार को नागपुर में भारतीय विज्ञान कांग्रेस को संबोधित करते हुए यह बात कही। इससे पहले, उन्होंने बायोफिजिकल मेथेड इन ट्यूबरक्लोसिस रिसर्च विषय पर एक प्रस्तुति दी और बताया कि कैसे तकनीक ने टीबी के संक्रमण को बेहतर ढंग से समझने में डाक्टरों और शोधकर्ताओं की मदद की है, जिससे इस संक्रामक बीमारी से निपटने के उपाय खोजे जा सके हैं।
2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य
डा. मांडे ने कहा कि सीएसआइआर सरकार की परिकल्पना के अनुसार भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए निदान, टीकाकरण और उपचार की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम मुख्य रूप से टीबी के लिए नई दवाओं और टीकों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम टीबी पर अनुसंधान के लिए जरूरी संसाधन जुटा रहे हैं और लक्ष्य निर्धारित कर रहे हैं।
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नए बीसीजी टीके का शुरू होगा प्रशिक्षण
डा. मांडे ने बताया कि चेन्नई स्थित राष्ट्रीय क्षय रोग अनुसंधान संस्थान टीबी के लिए नए बीसीजी टीके का क्लीनिकल परीक्षण शुरू करेगा। बैसिलस कैलमेट ग्यूरिन (बीसीजी) टीबी से बचाव के लिए लगाया जाने वाला प्रमुख टीका है।
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