'यह उनका अधिकार है', अमेरिका द्वारा वीजा नियम कड़े करने पर एस जयशंकर का बयान; बताया किस पर पड़ेगा असर
अमेरिका ने वीजा नियमों को सख्त किया, खासकर सोशल मीडिया जांच को लेकर। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि वीजा जारी करना हर देश का अधिकार है, पर अमेरिका राष् ...और पढ़ें
-1764860182261.webp)
अमेरिका द्वारा वीजा नियम कड़े करने पर विदेश मंत्री जयशंकर का बयान (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका ने वीजा नियम और कड़े कर दिए हैं, खासकर सोशल मीडिया जांच को लेकर। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में कहा कि वीजा जारी करना हर देश का सार्वभौमिक अधिकार है और अमेरिका अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर फैसले ले सकता है। नए नियमों का असर भारतीय छात्रों और H-1B वीजा लेने वालों पर भी पड़ सकता है।
राज्यसभा में बोलते हुए जयशंकर ने बताया कि अमेरिका अब हर वीजा फैसले को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा निर्णय मान रहा है। उन्होंने कहा, "अमेरिका का यह अधिकार है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के अनुसार वीजा पर निर्णय ले।" उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका ने साफ कहा है कि स्टूडेंट वीजा लेने वालों को अपनी सोशल मीडिया सेटिंग प्राइवेट से पब्लिक करनी होंगी, ताकि अधिकारी उनकी ऑनलाइन गतिविधियों की जांच कर सकें।
छात्रों के वीजा रद होने की समस्या कब शुरू हुई
जयशंकर ने बताया कि छात्रों के वीजा रद होने और दबाव डालकर 'सेल्फ-डिपोर्ट' कराने की समस्या अप्रैल 2025 में शुरू हुई, जब अमेरिकी विदेश मंत्री ने नई नीति की घोषणा की। उन्होंने कहा, "कई मामलों में छोटे-छोटे उल्लंघनों पर भी वीजा रद कर दिए गए।" भारत ने ऐसे मामलों में अपने दूतावासों और कांसुलेट्स के जरिए दखल देने की कोशिश की और अमेरिका से कहा कि छोटे अपराधों पर इतनी सख्त कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।
अब H-1B और H-4 वीजा पर भी सोशल मीडिया जांच
अमेरिका ने अब H-1B वीजा, H-4, F, M और J वीजा वर्ग के लिए भी सोशल मीडिया जांच अनिवार्य कर दी है। 15 दिसंबर से सभी आवेदकों की ऑनलाइन मौजूदगी की समीक्षा होगी। स्टेट डिपार्टमेंट के अनुसार, वीजा एक अधिकार नहीं, बल्कि एक विशेषाधिकार है और अमेरिका को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी आवेदक देश की सुरक्षा के लिए खतरा न हो।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।