Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अमेरिकी कंपनी ने नौकरी से निकाला तो शुरू किया स्टार्टअप, 6 महीने में इस भारतीय ने कमा लिए 44 लाख

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 07:54 PM (IST)

    अमेरिकी रिमोट जॉब से निकाले जाने के बाद भारतीय उद्यमी हर्षिल तोमर ने एक स्टार्टअप बनाया जिसने अक्टूबर तक 44 लाख रुपये का राजस्व अर्जित किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी यात्रा साझा की जिसमें उन्होंने नौकरी खोने के बाद अपने सपने को पूरा करने का निर्णय लिया। माता-पिता को बिना बताए उन्होंने अपने स्टार्टअप को आगे बढ़ाया और सफलता प्राप्त की।

    Hero Image
    6 महीने पहले शुरू किया स्टार्टअप, कमा लिए 44 लाख।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। छह महीने पहले अमेरिका में रिमोट जॉब से निकाले गए भारतीय उद्यमी हर्षिल तोमर ने विपरीत परिस्थितियों को सफलता में बदलने की एक प्रेरक कहानी साझा की है। उन्होंने एक स्टार्टअप बनाया जिसने अक्टूबर तक 44 लाख रुपये ($50,000) का राजस्व अर्जित किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    युवा संस्थापक ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी यात्रा का विवरण देते हुए बताया कि एक नियमित स्टैंड-अप कॉल के दौरान उन्हें अमेरिका में अपनी रिमोट जॉब से निकाल दिया गया था, जिसने उनके करियर की दिशा बदल दी।

    हर्षिल तोमर की कहानी

    तोमर ने लिखा, "इसका कारण सिर्फ यह था कि मैं उनके अनुसार अपने स्टार्टअप पर बहुत ज्यादा ध्यान दे रहा था। मैंने उनसे विनती की कि अगर हो सके तो मुझे एक और मौका दें ताकि मैं बेहतर काम कर सकूं और तेज गति से काम कर सकूं, लेकिन अफसोस कि फैसला हो चुका था।"

    उन्होंने आगे कहा, "अगले 10-15 दिनों तक मैं इसी उलझन में रहा कि क्या मैं अपना सपना चुनूं या फिर से सुरक्षा कवच ढूंढूं। मैंने अपने सभी दोस्तों से रेफरल के बारे में पूछा और शुक्र है कि कुछ ही रेफरल मिल पाए।"

    तोमर ने कहा, "आखिरकार मैंने फैसला ले ही लिया। मैं सस्ते में जीवन जीऊंगा। मैं इसका हल ढूंढने की कोशिश करूंगा। हर दिन मैं सुरक्षा की तलाश में ज्यादा समय बिताता हूं, मेरी जिंदगी मुझे जोखिम न लेने के लिए मजबूर करती है। एक साल और मुझे किराया देना होगा, एक साल और मुझे घर खरीदने के बारे में सोचना होगा, एक साल और मुझे शादी के बारे में सोचना होगा।"

    माता-पिता को नहीं बताया नौकरी का सच

    अपने माता-पिता से सच्चाई छिपाते हुए, जो अब भी मानते हैं कि वह अपनी पुरानी नौकरी ही करता है, तोमर ने अपने सह-संस्थापक वसीम से सहायता मांगी। हर्षिल बताते हैं, "इन 6 महीनों में मैंने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। महीनों तक जीरो कस्टमर्स के साथ काम करने से लेकर सबसे बड़े ब्रांडों के साथ काम करने तक। इस सफर ने मुझे जीवन में अब तक के किसी भी अनुभव से कहीं ज्यादा मोटी चमड़ी वाला बना दिया है।"

    अक्टूबर तक, उनके स्टार्टअप ने 50,000 डॉलर का राजस्व प्राप्त कर लिया, प्रायोजक प्राप्त कर लिए और टीम के सदस्यों की संख्या एक से बढ़ाकर 10 करने के लिए तैयार हो गया। जैसे ही यह पोस्ट ऑनलाइन काफी लोकप्रिय हुई, सोशल मीडिया यूजर्स ने तोमर की दृढ़ता और परिणाम प्राप्त करने के साहस की सराहना की।

    यह भी पढ़ें: 'दुर्गा पूजा पर ली छुट्टी तो नौकरी से निकाल दिया', टेक वर्कर का पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल