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    भारत की परमाणु ताकत: 'फास्ट ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर' के 40 साल पूरे, इस ऐतिहासिक उपलब्धि का मनाया जश्न

    Updated: Sun, 19 Oct 2025 02:24 PM (IST)

    कलपक्कम स्थित इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र के 'फास्ट ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर' ने अपनी 40वीं वर्षगांठ मनाई। 1985 में पहली क्रिटिकलिटी प्राप्त करने वाला यह रिएक्टर, फास्ट रिएक्टर प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता की ओर भारत की एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इस अवसर पर फास्फोरस-32 (पी-32) का सफल पृथक्करण भी किया गया।

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    भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कलपक्कम स्थित इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र (आइजीसीएआर) में 'फास्ट ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर' ने शनिवार को अपनी 40वीं वर्षगांठ मनाई, जोकि भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। चेंगलपट्टू जिले में बंगाल की खाड़ी के निकट स्थित यह रिएक्टर स्वदेशी विज्ञानी उत्कृष्टता और तकनीकी नवाचार का एक उत्कृष्ट प्रमाण है।

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    आइजीसीएआर की आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि फास्ट ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर 1985 में पहली क्रिटिकलिटी प्राप्त करने की 40वीं वर्षगांठ, फास्ट रिएक्टर प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।'

    परमाणु विखंडन श्रृंखला अभिक्रिया

    किसी परमाणु रिएक्टर में 'क्रिटिकलिटी' वह स्थिति है, जहां परमाणु विखंडन श्रृंखला अभिक्रिया प्राप्त की जाती है और उसे बनाए रखा जाता है। इस रिएक्टर ने बहुमूल्य परिचालन अनुभव प्रदान किया है और भविष्य के फास्ट ब्रीडर रिएक्टरों के लिए आवश्यक ईंधन और संरचनात्मक सामग्री पर विकिरण अध्ययन के लिए एक बहुमुखी अनुसंधान और विकास मंच के रूप में कार्य किया है।

    इन अधिकारियों ने की शिरकत

    परमाणु ऊर्जा आयोग (एईसी) के पूर्व अध्यक्ष केएन व्यास ने आइजीसीएआर के निदेशक सीजी करहाडकर सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समारोह में शिरकत की। व्यास ने रिएक्टर की महत्वपूर्ण उपलब्धियों में योगदान देने वाली टीमों की सराहना की और तीव्र रिएक्टर प्रौद्योगिकी में भारत की स्वदेशी क्षमताओं को प्रदर्शित करने में इसकी भूमिका पर जोर दिया।

    आइजीसीएआर के निदेशक ने रिएक्टर के सुरक्षित एवं विश्वसनीय परिचालन के निरंतर रिकार्ड को रेखांकित किया। इस अवसर पर फास्फोरस-32 (पी-32) का सफल पृथक्करण भी किया गया, जो रेडियोफार्मास्युटिकल प्रयोगों के लिए महत्वपूर्ण है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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