एक विवाह ऐसा भी... न दूल्हा-न दुल्हन, 1500 रुपये में मौज ही मौज
दिल्ली-एनसीआर समेत कई शहरों में नकली शादियों का चलन बढ़ रहा है। इन शादियों में दूल्हा-दुल्हन की जरूरत नहीं होती फिर भी संगीत डांस और लजीज व्यंजनों के साथ भरपूर जश्न होता है। लोग बिना किसी रिश्तेदार के डर के ढोल की थाप पर नाचते और मस्ती करते हैं। 1500 से 10000 रुपये के टिकट में लोग बिना असली शादी के शादी का पूरा आनंद ले रहे हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सजावट भी, मेहंदी, संगीत और मस्ती भरा डांस भी। लजीज व्यंजनों के साथ बुफे भी है। बराती भी है, लेकिन दूल्हा-दुल्हन ही नहीं। इस शादी में दूल्हा-दुल्हन बिल्कुल जरूरी भी नहीं है। शहरों के नकली शादी समारोह में आपका स्वागत है। यह शादी भले ही नकली हो, लेकिन बैंड, बाजा, बरात के साथ समारोह का जश्न जितना आनंददायक हो सकता है यह समारोह उतना ही आनंददायक है, लेकिन फर्क केवल इतना है कि इस नकली शादी में दुल्हे- दुल्हन की जरूरत नहीं है।
इन दिनों इस तरह की नकली शादियों की दीवानगी काफी बढ़ रही है। पिछले महीने मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु और गोवा में कई नकली शादियां आयोजित की गईं। प्रतीत होता है कि यह ट्रेंड भविष्य में और बढ़ने वाला है। नोएडा के रूफटाप रेस्तरां ताहिया के संस्थापक निशांत कुमार ने हाल ही में एक नकली शादी समारोह का आयोजन किया था।
निशांत ने कहा, इस तरह के आयोजन में मेहमानों को शादी समारोह में नाचने, खाने और आनंद का पूरा मौका मिलता है। यह अनोखा विचार है जो पुरानी यादों और भारतीय समारोहों के प्रति प्रेम से प्रेरित है।
शादियां संस्कृति, भोजन, संगीत और भावनाओं की सबसे जीवंत अभिव्यक्तियों में से एक हैं लेकिन ये व्यक्तिगत भी होती हैं। हमने सोचा: क्यों न हम लोगों को बिना असली शादी के भव्य भारतीय शादी समारोह का सारा मजा और आनंद दें। इस विचार को लोगों ने खूब पसंद किया।
1,500 रुपये से लेकर 10,000 रुपये से अधिक का है टिकट
इस शादी में शामिल होने के लिए शादियों के सीजन का इंतजार करने की कोई जरूरत नहीं है। 1,500 रुपये से लेकर 10,000 रुपये से भी अधिक के टिकट वाले इन कार्यक्रमों में नॉन-वेडिंग सीजन में भी शामिल हो सकते हैं। लड़कियां मेहंदी लगवाती हैं और लहंगों में सजती हैं, जबकि लड़के कढ़ाई वाले कुर्तों में आते हैं। अजनबी दोस्त बन जाते हैं और ऐसी शादी का जश्न मनाने के लिए डांस करते हैं जो सचमुच नकली है।
बिना किसी चिंता के ढोल की थाप पर थिरकने का अवसर
कालेज की छात्रा नताशा घई ने कहा, हम बस अपने दोस्तों के साथ थे, ढोल की थाप पर नाचते हुए, बिना किसी चिंता के आनंद लेते हुए। नताशा ने हाल ही में गुरुग्राम में एक ऐसी फर्जी शादी थीम पार्टी के बारे में उत्साह से कहा, यह आजादी का अनुभव था, और शादी का माहौल आनंददायक था।
रिश्तेदार क्या कहेंगे इसका कोई टेंशन नहीं
दिल्ली में रहने वाली अपूर्वा गुप्ता अपने मित्र और उसकी मां के साथ दक्षिणी दिल्ली में एक नकली शादी में शामिल हुई थीं। उन्हें इस नकली शादी समारोह में अत्यंत आनंद मिला। उन्होंने कहा, मैंने कभी नहीं सोचा था कि नकली शादी में इतना आनंद आएगा। मैं पूरी रात शादी के गानों पर ऐसे नाचती रही जैसे कोई देख ही नहीं रहा हो और सच कहूं तो कोई देख भी नहीं रहा था। हर कोई अपनी-अपनी मौज-मस्ती में व्यस्त था। दूर के रिश्तेदार क्या कहेंगे इसका कोई टेंशन नहीं था न ही दूल्हा-दुल्हन के साथ फोटो खिंचवाने का कोई दबाव नहीं था।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
यह भी पढ़ें- फर्रुखाबाद में बाढ़-बारिश के बीच अनोखी शादी, नाव में बरात लेकर दुल्हन लेने पहुंचा दूल्हा
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।