फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन जैन के पास थे 12 डिप्लोमेटिक पासपोर्ट, 10 साल में घूम आया था 40 देश
गाजियाबाद के कवि नगर में फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन जैन की गिरफ्तारी के बाद कई खुलासे हुए हैं। वह न्यायिक हिरासत में है और उस पर कई धाराओं में केस दर्ज हैं। उसके पास से 12 डिप्लोमेटिक पासपोर्ट बरामद हुए हैं और उसने 10 साल में 40 देशों की यात्रा की है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गाजियाबाद के कवि नगर में फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन जैन की गिरफ्तारी के बाद हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। जैन इस वक्त न्यायिक हिरासत में है और कवि नगर पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किए गए हैं।
हर्षवर्धन जैन के पास कथित तौर पर 12 डिप्लोमेटिक पासपोर्ट मिले हैं। वह पिछले 10 साल में करीब 40 देशों की यात्रा कर आया है। उसने केवल यूएई की ही 30 से अधिक बार यात्रा की है। पुलिस ने उसके पासपोर्ट जब्त कर लिए हैं और उसे हिरासत में लेने की तैयारी है।
इन देशों में जा चुका है जैन
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, हर्षवर्धन जैन ने यूके, यूएई, मॉरीशस, तुर्की, फ्रांस, इटली, बुल्गारिया, कैमरून, स्विट्जरलैंड, पोलैंड, श्रीलंका और बेल्जियम जैसे देशों का दौरा किया था। दरअसल हर्षवर्धन जैन ने गाजियाबाद के बेहद पॉश इलाके कवि नगर में एक किराए की कोठी ले रखी थी। यहां वह अलग-अलग फर्जी देशों के नाम पर दूतावास चलाता था। उसने खुद को ऐसे-ऐसे देशों का राजनयिक बता रखा था, जो असल में दुनिया में कहीं है ही नहीं।
कोठी में वेस्टआर्कटिका, सेबोर्गा, लाडोनिया और पाउलोविया के नाम पर दूतावास बनाए गए थे। यूपी एसटीएफ की नोएडा इकाई के मुताबिक, आरोपी हर्षवर्धन जैन विदेश की कंपनियों में संपर्क होने का दावा करता था और नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने में माहिर था। वह अक्सर कई खाड़ी और यूरोपीय देशों का दौरा करता था, जिससे इन फर्जी कंपनियों का संचालन किया जा सके।
एक रिपोर्टे के मुताबिक, कई कंपनियों में वह खुद को सेक्रेटरी बताता था, जबकि कुछ में खुद को ही डायरेक्टर बनाया हुआ था। उसके पास भारत में 12, दुबई में 5, लंदन में 2 और मॉरीशम में एक बैंक अकाउंट मिला है। जैन के तार तुर्किए नागरिक सैयद एहसान अली के साथ 20 करोड़ के कथित वित्तीय लेन-देन से भी जुड़ रहे हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।