चुनाव आयोग का कड़ा रुख, SIR की समय सीमा में नहीं होगा कोई बदलाव; BLO को मिला 25 नवंबर तक का समय
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की अवधि नहीं बढ़ाई जाएगी। बीएलओ को 25 नवंबर तक डिजिटाइजेशन का काम पूरा करना होगा। यौनकर्मियों के संगठनों ने सीईओ को पत्र लिखकर दस्तावेज संबंधी समस्या बताई है। आयोग ने 2026 के विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है, जिसमें ईवीएम में उम्मीदवारों की फोटो भी होगी।
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चुनाव आयोग का कड़ा रुख SIR की समय सीमा में नहीं होगा कोई बदलाव (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को बूथ स्तरीय अधिकारियों (BLO) को फिर स्पष्ट कर दिया कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया की अवधि बढ़ाई नहीं जाएगी।
राज्य में SIR की प्रगति का मुआयना करने आई चुनाव आयोग की विशेष टीम ने शुक्रवार को जिला चुनाव अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि बीएलओ को आगामी 25 नवंबर तक भरे गए गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
BLO पर काम का है दबाव
आयोग की टीम ने माना कि बीएलओ पर काम का काफी दबाव है, हालांकि इसके साथ यह भी कहा कि गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का काम समय पर समाप्त नहीं होने पर आगे की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। मालूम हो कि काम के दबाव में कई बीएलओ के अस्वस्थ होने की खबर है।
बीएलओ का एक वर्ग इसे लेकर विरोध जता रहा है। उसका कहना है कि चुनाव आयोग की ओर से आए दिन नए-नए निर्देश जारी किए जा रहे हैं। एक-एक गणना प्रपत्र को डिजिटाइज्ड करने में काफी समय लग रहा है। इतने कम समय में काम को पूरा करना उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण हो गया है। जिला चुनाव अधिकारियों की ओर से चुनाव आयोग के समक्ष ये सारी बातें रखी गई हैं लेकिन आयोग ने साफ कर दिया है कि समय सीमा बढ़ाना संभव नहीं है।
यौनकर्मियों के संगठनों ने सीईओ को लिखा पत्र
दूसरी तरफ कोलकाता के सोनागाछी के यौनकर्मियों के संगठनों सोसाइटी आफ हिडमैन डेवलपमेंट एंड सोशल एक्शन, ऊषा मल्टीपर्पज को-आपरेटिव सोसायटी लिमिटेड व आमरा पदातिक की ओर से एसआइआर को लेकर राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) मनोज अग्रवाल को पत्र लिखा गया है।
उनका कहना है कि अधिकांश यौनकर्मियां विभिन्न जगहों से यहां आई हैं। उनका अब अपने परिवार से कोई संपर्क नहीं है इसलिए उन्हें गणना प्रपत्र नहीं मिल पा रहा है। घर छोड़ देने के कारण उनके पास एसआइआर के लिए आवश्यक दस्तावेज भी नहीं हैं।
ईवीएम में विधानसभावार सभी उम्मीदवारों के फोटो लगेंगे
बंगाल में SIR पर तनातनी के बीच चुनाव आयोग ने 2026 के विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। खबर है कि आयोग ने ईवीएम से जुड़े नियमों में बदलाव कर दिया है। ईवीएम में विधानसभावार सभी उम्मीदवारों के फोटो लगेंगे फोटो ईवीएम बटन के ठीक सामने होगी। ऐसा पहली बार होगा।
शुक्रवार से ईवीएम की चेकिंग और वोटिंग रिहर्सल शुरू की गई है। उप चुनाव आयुक्त ज्ञानेश भारती ने कोलकाता में विभिन्न फस्र्ट लेवल चेकिंग टीम सदस्यों के साथ एसआइआर, ईवीएम व वीवीपैट को लेकर चर्चा की। चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार 2026 के विधानसभा चुनाव में बंगाल में 15,000 नये पोलिंग बूथ होंगे। 2021 के विधानसभा चुनाव के समय 80,681 बूथ थे।

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