गायक जुबिन गर्ग की मौत मामले में ईडी-इनकम टैक्स की एंट्री, आरोपित इवेंट मैनेजर की संपत्तियों की होगी जांच
गायक जुबिन गर्ग मौत मामले में आरोपित इवेंट मैनेजर श्यामकानु महंत द्वारा संगठित वित्तीय अपराधों और बेनामी संपत्तियों के अधिग्रहण की जांच में ईडी और आयकर विभाग (आइटी) भी शामिल हो सकते हैं। असम पुलिस की सीआइडी ने महंत द्वारा एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी में अपनी पिछली नौकरी के दौरान की गई 20 साल से अधिक पुरानी वित्तीय अनियमितताओं का भी पर्दाफाश किया है।

पीटीआई, गुवाहाटी। गायक जुबिन गर्ग मौत मामले में आरोपित इवेंट मैनेजर श्यामकानु महंत द्वारा संगठित वित्तीय अपराधों और बेनामी संपत्तियों के अधिग्रहण की जांच में ईडी और आयकर विभाग (आइटी) भी शामिल हो सकते हैं।
सीआइडी ने आरोपित इवेंट मैनेजर को लेकर किया पर्दाफाश
असम पुलिस की सीआइडी ने महंत द्वारा एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी में अपनी पिछली नौकरी के दौरान की गई 20 साल से अधिक पुरानी वित्तीय अनियमितताओं का भी पर्दाफाश किया है।
ईडी और आइटी के अधिकारी जल्द करेंगे जांच शुरू
घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ईडी और आइटी के अधिकारी मामले की जांच के लिए पहले ही सीआइडी मुख्यालय का दौरा कर चुके हैं। असम पुलिस ने कार्यक्रमों के आयोजक महंत के खिलाफ संगठित वित्तीय अपराधों और मनी लांड्रिंग के माध्यम से बेनामी संपत्ति अर्जित करने के आरोप में एक अलग जांच शुरू की है।
सीआइडी ने कई संदिग्ध दस्तावेज और सामान जब्त किए
ईडी और आयकर विभाग के अधिकारियों की सीआइडी के साथ जांच में शामिल होने की संभावना है और जल्द ही औपचारिक निर्णय सामने आ सकता है। सीआइडी ने 25 और 26 सितंबर को छापेमारी के दौरान महंत के घर से कई संदिग्ध दस्तावेज और सामान जब्त किए थे।
इसमें एक ही कंपनी के नाम पर कई पैन कार्ड, विभिन्न कंपनियों और सरकारी अधिकारियों के लगभग 30 मोहर और कई बेनामी संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज शामिल है।
सीआइडी ने श्यामकानु महंत पर लगाए आरोप
एक अन्य सूत्र ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि सीआइडी ने श्यामकानु महंत द्वारा कथित तौर पर की गई 20 साल से अधिक पुरानी वित्तीय अनियमितताओं का पता लगाया है। यह अनियमितता तब की है जब वह उत्तर पूर्वी विकास वित्त निगम लिमिटेड में सहायक महाप्रबंधक के रूप में काम कर रहे थे।
सीबीआइ जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका
वहीं, असम की एक अदालत ने गायक-संगीतकार जुबीन गर्ग के बैंड के सदस्यों शेखरज्योति गोस्वामी और अमृतप्रभा महंत को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इस बीच, महोत्सव आयोजक श्यामकानू महंत ने सीबीआइ या एनआइए को जांच स्थानांतरित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
न्यायिक आयोग गठित किया जाएगा : हिमंत
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि गायक जुबिन गर्ग की मौत की जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आयोग का नेतृत्व गुवाहाटी हाई कोर्ट के जस्टिस सौमित्र सैकिया करेंगे।
उन्होंने कहा, 'हम शनिवार को आयोग का गठन करेंगे। अब हम उन सभी लोगों से अनुरोध करते हैं जिनके पास जुबिन गर्ग की मौत से संबंधित कोई भी जानकारी या वीडियो है, वे आगे आएं और आयोग के समक्ष गवाही दें।' जुबिन की मौत को लेकर राज्य भर में 60 से अधिक प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मौजूदा समय मे सीआइडी पूरे प्रकरण की जांच कर रही है।
एनईआइएफ टीम के तीन सदस्यों से पूछताछ
जुबिन गर्ग की मौत की जांच कर रही एसआइटी ने नार्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल (एनईआइएफ)आयोजन टीम के तीन सदस्य पंकज अधिकारी, प्रीतम तालुकदत और कृष्णु दास से शुक्रवार को पूछताछ की।
इस बीच, एसआइटी के अध्यक्ष एवं विशेष पुलिस महानिदेशक (एसडीजीपी) मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने कहा कि इस जांच को इसके निष्कर्ष पर पहुंचाया जाएगा।
अब तक चार लोगों को गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है जो एनईआइएफ में शामिल होने गए थे। इनमें जुबिन के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा और उनके संगीतकार शेखर ज्योति गोस्वामी, महोत्सव के आयोजक श्यामकानु महंत और गायिका अमृतप्रभा महंत शामिल हैं।
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