बंगाल में SIR ड्राफ्ट सूची में 58 लाख वोटरों के नाम कटे, ऐसे चेक करें अपना स्टेटस और नाम जुड़वाने का तरीका
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में 2026 की ड्राफ्ट इलेक्टोरल रोल से 58 लाख से ज्यादा मतदाताओं के नाम हटा दिए हैं। ये नाम 2025 की मतदाता सूची में थे, लेकिन ...और पढ़ें

पश्चिम बंगाल की 294 सीटों वाली विधानसभा के लिए चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मंगलवार सुबह चुनाव आयोग ने उन मतदाताओं के नामों की सूची अपनी वेबसाइट पर जारी कर दी, जिन्हें 2026 की ड्राफ्ट इलेक्टोरल रोल से हटा दिया गया है। ये नाम 2025 की मतदाता सूची में थे, लेकिन अब इन्हें बाहर कर दिया गया है।
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यह कदम स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) 2026 के तहत उठाया गया है। आयोग के सूत्रों के मुताबिक, 58 लाख से ज्यादा SIR फॉर्म 'अनकलेक्टेबल' पाए गए, यानी इन्हें जमा नहीं किया जा सका या सत्यापन नहीं हो सका।
हटाए गए नामों के मुख्य कारण
इन नामों को हटाने की वजहें साफ हैं। कई मतदाता अपने दर्ज पते पर नहीं मिले, कुछ स्थायी रूप से कहीं और शिफ्ट हो गए, तो कुछ की मौत हो चुकी है।
इसके अलावा, कुछ नाम एक से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों में डुप्लीकेट पाए गए। आयोग का कहना है कि मतदाता सूची को साफ-सुथरा और सटीक बनाने के लिए यह जरूरी कदम है। यह सूची अभी आयोग की पोर्टल पर उपलब्ध है।
नाम हटा या नहीं...कैसे चेक करें?
लाखों लोगों के नाम हटाए गए हैं, इसलिए हर मतदाता को अपना नाम चेक करना जरूरी है। अच्छी खबर यह है कि यह काम घर बैठे ऑनलाइन किया जा सकता है। अगर नाम नहीं मिलता तो भी घबराएं नहीं, उसके लिए भी रास्ता है।
चेक करने के कई आसान तरीके हैं। सबसे पहले ऑनलाइन पोर्टल्स का इस्तेमाल करें। चुनाव आयोग की मुख्य वेबसाइट eci.gov.in या पश्चिम बंगाल के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर की साइट ceowestbengal.nic.in पर जाएं। यहां से आप ड्राफ्ट रोल देख सकते हैं।
ऑनलाइन नाम चेक करने के स्टेप बाय स्टेप तरीके
सबसे आसान तरीका voters.eci.gov.in पोर्टल है। यहां 'Search Your Name in Voter List' का ऑप्शन चुनें। अपना EPIC नंबर (वोटर आईडी कार्ड नंबर) डालें या नाम, जिला, विधानसभा क्षेत्र के साथ सर्च करें। अगर नाम ड्राफ्ट लिस्ट में है तो डिटेल्स दिख जाएंगी।
दूसरा तरीका ceowestbengal.nic.in पर जाना है। यहां Electoral Roll सेक्शन में जाकर अपनी विधानसभा चुनें और PDF डाउनलोड करें। फिर उसमें अपना नाम खोजें। हटाए गए नामों की अलग लिस्ट ceowestbengal.wb.gov.in/asd_sir पर उपलब्ध है। यहां EPIC नंबर या जिला-विधानसभा डालकर चेक करें कि नाम तो नहीं कटा है।
मोबाइल ऐप से कैसे चेक करें
अगर स्मार्टफोन है तो ECINET ऐप डाउनलोड करें। गूगल प्ले स्टोर से इंस्टॉल करें। ऐप खोलकर 'Search Your Name in Voter List' पर क्लिक करें। EPIC नंबर या नाम डालें, डिटेल्स आ जाएंगी। यह तरीका तेज और आसान है।
अगर ऑनलाइन नहीं हो पा रहा तो ऑफलाइन रास्ता भी है। अपने इलाके के बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) से संपर्क करें। उन्हें बूथ-वार ड्राफ्ट रोल दी गई है। वे आपको चेक करके बता देंगे। राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ लेवल असिस्टेंट (BLA) से भी मदद ले सकते हैं।
अगर ड्राफ्ट रोल में नाम नहीं मिला तो क्या करें?
नाम न मिलने पर निराश न हों। 16 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक दावा करने का मौका है। फॉर्म 6 भरें, साथ में Annexure-IV (डिक्लेरेशन फॉर्म) और जरूरी दस्तावेज लगाएं। दस्तावेज में आधार, पासपोर्ट, बर्थ सर्टिफिकेट या पुराने दस्तावेज जमा करें।
फॉर्म BLO के पास जमा करें या ऑनलाइन voters.eci.gov.in पर अपलोड करें। E-NET ऐप से भी आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद आयोग सुनवाई करेगा। आप मौजूद होकर बताएं कि नाम क्यों नहीं लिंक हो पाया। सही पाए जाने पर नाम जोड़ा जाएगा।
अगर नाम हट गया तो क्या करें?
अगर किसी का नाम गलती से हटा दिया गया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आयोग ने साफ कहा है कि प्रभावित व्यक्ति ड्राफ्ट रोल जारी होने के बाद दावा कर सकते हैं। इसके लिए फॉर्म 6 भरना होगा, साथ में डिक्लेरेशन फॉर्म और जरूरी दस्तावेज लगाने होंगे।
दावे और आपत्तियां दर्ज करने की अवधि 16 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक रहेगी। इस दौरान कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। आयोग इन दावों पर सुनवाई करेगा और सही पाए जाने पर नाम वापस जोड़ा जाएगा।
अगले साल होने हैं विधानसभा चुनाव
पश्चिम बंगाल की 294 सीटों वाली विधानसभा के लिए चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने हैं। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल मई 2026 तक है, इसलिए मार्च-अप्रैल में चुनाव कराए जाने की संभावना है। इस बार मतदाता सूची की सफाई को लेकर काफी चर्चा हो रही है, क्योंकि यह सीधे चुनाव के नतीजों पर असर डाल सकती है।
आयोग का यह कदम मतदाता सूची को अपडेट करने का हिस्सा है, ताकि फर्जी या गैर-मौजूद नामों से छुटकारा मिल सके।
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