Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    SemiconIndia Conference 2023: विदेश मंत्री जयशंकर बोले- PM मोदी और बाइडन के बीच सेमीकंडक्टर पर हुई थी बातचीत

    By AgencyEdited By: Achyut Kumar
    Updated: Sun, 30 Jul 2023 10:45 AM (IST)

    विदेश मंत्री एस जयंशकर ने रविवार को सेमीकॉनइंडिया सम्मेलन 2023 को संबोधित करते हुए कहा कि सेमीकंडक्टर विषय पर व्यापक स्तर पर वैश्विक बातचीत हुई है। उनमें से सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला और नवाचार साझेदारी पर समझौता ज्ञापन उल्लेखनीय है जो मार्च में भारत और अमेरिका के बीच संपन्न हुआ था। उन्होंने बताया कि अमेरिका दौरे के दौरान बाइडन और पीएम मोदी के बीच सेमीकंडक्टर पर भी बातचीत हुई थी।

    Hero Image
    विदेश मंत्री एस जयंशकर ने सेमीकॉनइंडिया 2023 सम्मेलन को किया संबोधित

    नई दिल्ली, एएनआई। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने सेमीकॉनइंडिया सम्मेलन 2023 को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर विषय पर व्यापक स्तर पर वैश्विक बातचीत हुई है। उनमें से सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला और नवाचार साझेदारी पर समझौता ज्ञापन उल्लेखनीय है, जो मार्च 2023 में भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संपन्न हुआ था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सेमीकंडक्टर पर पीएम मोदी और बाइडन के बीच हुई थी बातचीत

    विदेश मंत्री ने कहा कि जून 2023 में पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडन और पीएम मोदी के बीच बातचीत का फोकस सेमीकंडक्टर भी था।

    'खनिज सुरक्षा साझेदारी के सदस्य के रूप में भारत की एंट्री ध्यान देने के योग्य'

    सेमीकॉनइंडिया कॉन्फ्रेंस 2023 में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि खनिज सुरक्षा साझेदारी के नवीनतम सदस्य के रूप में भारत की एंट्री उस क्षेत्र में आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने और उन्हें सुरक्षित करने के महत्व को देखते हुए निश्चित रूप से ध्यान देने योग्य है। यहां तक कि जब भारत में 5जी की शुरुआत हो रही है और गति पकड़नी शुरू हो गई है, तब भी भारत 6जी और अमेरिकी नेक्सजी गठबंधन के सह-नेतृत्व अनुसंधान की तलाश करना उल्लेखनीय है।

    'नासा-इसरो के बीच बढ़ा सहयोग'

    विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच यह सहयोग आज अतिरिक्त क्षेत्रों में नई पहलों तक फैला हुआ है और आने वाले समय में इसके लगातार बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है। उदाहरण के लिए हम देखते हैं कि अंतरिक्ष में भारत आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर कर रहा है और मजबूत नासा-इसरो सहयोग को बढ़ावा दे रहा है।

    जयशंकर ने सेमीकॉनइंडिया सम्मेलन 2023 को संबोधित करते हुए कहा कि यह (सीईटी - महत्वपूर्ण और उभरती हुई प्रौद्योगिकी) ज्ञान अर्थव्यवस्था का एक आंतरिक तत्व है, जो लगातार सामने आ रहा है।

    विदेश मंत्री ने कहा कि यदि हमारी आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों की प्रकृति में परिवर्तन आता है तो यह आश्चर्य की बात नहीं है कि सीईटी अब शक्ति के सबसे महत्वपूर्ण मैट्रिक्स में से एक के रूप में उभरना चाहिए... आपमें से कुछ लोगों ने 'चिप वॉर' शब्द सुना होगा...