'रावण की नाभी से निकलेगा अमृत, टपकेंगे खून के आंसू', दशहरा पर देशभर में कहां और कैसे फूंका जाएगा पुतला?
आज पूरे देश में दशहरा मनाया जा रहा है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में रावण दहन कार्यक्रम में शामिल होंगे। देश भर में रावण के विशाल पुतले फूंके जाएंगे जिनमें से कुछ 221 फीट तक ऊंचे हैं। बिलासपुर में 101 फीट का रावण बनाया गया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूरे देश में आज दशहरा मनाया जा रहा है। ये त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का सबसे बड़ा प्रतीक माना जाता है। ऐसे में देशभर में रावण का पुतला फूंका जाएगा। कहीं पर 221 फीट के रावण का दहन किया जाएगा तो कहीं पर 80 से 100 फीट के पुतले लगाए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली की श्री रामलीला कमेटी इंद्रप्रस्थ में होने वाले रावण दहन कार्यक्रम में शामिल होंगे। वहीं, लालकिला मैदान में 80 से 100 फीट के पुतले लगाए गए हैं। लवकुश रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने बताया कि महाबली रावण का पुतला 100 फीट, कुंभकरण का 90 फीट तथा मेघनाथ के पुतले की ऊंचाई 80 फीट की है।
क्या है पुतलों का आकर्षण?
पुतले काफी आर्कषक हैं। जब प्रभु राम रावण के पुतले पर तीर चलाएंगे तो नाभी से अमृत गिरेगा, आंखें मटकेंगी, खून के आंसू टपेंगे, हाथ में तलवारें घूमती नजर आएंगी, गले की मालाएं रंग- बिरंगी अलग अलग रंगों में नजर आएंगी, हे राम, हे राम का उदघोष करते हुए पुतले का दहन होगा।
बिलासपुर का रावण दहन
बिलासपुर में साइंस कॉलेज मैदान में भव्य दशहरा उत्सव का आयोजन होने जा रहा है। मैदान में करीब 101 फीट का रावण तैयार किया गया है, जिसके दहन और दशहरा उत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू,अध्यक्षता बिलासपुर विधायक श्री अमर अग्रवाल करेंगे। वहीं अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर विधायक धर्मजीत सिंह,अटल श्रीवास्तव और सुशांत शुक्ला उपस्थित रहेंगे,कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि महापौर श्रीमती पूजा विधानी,जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी है।
कैमोर में 85 साल से हो रहा रावण दहन
कटनी जिले के कैमोर के एसीसी मैदान में पिछले 85 साल से रावण के विशाल पुतले का दहन किया जा रहा है। इस साल 101 फीट ऊंचा रावण का पुतला तैयार किया गया है। कैमोर में गुरुवार को रावण दहन का कार्यक्रम होना है।
मंगलवार की रात को कैमोर सहित आसपास के क्षेत्रों में देर रात अचानक से मौसम बदला और गरज-चमक के साथ एक घंटे से अधिक समय तक बारिश हुई। जिसके चलते मैदान में खड़ा रावण का पुतला भीग गया और आयोजक उसे बचाने की जुगत में लगे रहे। बुधवार को मौसम के साफ होने के बाद पुतले को सुखाने का कार्य किया गया और गुरुवार को यहां पर विभिन्न कार्यक्रमों के बीच रावण दहन होगा।
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