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    सिर पर पवित्र गठरी, पंपा नदी में धोए पैर... सबरीमाला मंदिर के दर्शन करने वाली पहली महिला राष्ट्रपति बनीं द्रौपदी मुर्मु

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 08:04 AM (IST)

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सबरीमाला मंदिर में भगवान अय्यप्पा के दर्शन कर इतिहास रचा। वे ऐसा करने वाली पहली महिला राष्ट्रपति हैं। उन्होंने पंपा नदी में पैर धोए और 18 पवित्र सीढ़ियाँ चढ़कर मंदिर में पूजा-अर्चना की। टीडीबी ने उन्हें भगवान अय्यप्पा की मूर्ति भेंट की। राष्ट्रपति के दौरे के दौरान भक्तों के दर्शन पर रोक लगाई गई थी।

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    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बुधवार को केरल के सबरीमाला में भगवान अय्यप्पा के मंदिर में पूजा-अर्चना कर इतिहास रच दिया। वे इस पवित्र पहाड़ी मंदिर में दर्शन करने वाली पहली महिला राष्ट्रपति बन गईं। यह मंदिर घने जंगलों के बीच बसा है और यहां तक पहुंचना अपने आप में एक चुनौती है।

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    वे भारत की दूसरी राष्ट्रपति हैं जिन्होंने इस मंदिर का दौरा किया। इससे पहले 1970 के दशक में तत्कालीन राष्ट्रपति वी.वी. गिरि ने यहां दर्शन किए थे। उस वक्त उन्हें कठिन रास्तों के कारण पारंपरिक डोली में मंदिर तक ले जाया गया था।

    पांबा से शुरू हुआ पवित्र सफर

    राष्ट्रपति मुर्मु सुबह 11 बजे विशेष काफिले के साथ पांबा पहुंचीं। उन्होंने पंपा नदी में अपने पैर धोए और पास के भगवान गणपति मंदिर में पूजा की। गणपति मंदिर के मुख्य पुजारी विष्णु नंबूथिरी ने उनकी पवित्र गठरी (इरुमुदिक्केट्टू) को केट्टुनिरा मंडपम में तैयार किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने काली साड़ी पहनी थी। उनके साथ उनके एडीसी सौरभ एस. नायर, पीएसओ विनय माथुर और दामाद गणेश चंद्र होमब्राम ने भी अपनी पवित्र गठरी तैयार कीं।

    इसके बाद, उन्होंने मंदिर के पास एक पत्थर की दीवार पर नारियल तोड़े और पवित्र थैली सिर पर रखकर चार पहिया वाहनों से 4.5 किलोमीटर लंबे स्वामी अय्यप्पन रोड और पारंपरिक ट्रैकिंग पथ के रास्ते सन्निधानम पहुंचे।

    18 पवित्र सीढ़ियां चढ़कर किया दर्शन

    सन्निधानम पहुंचकर राष्ट्रपति मुर्मु ने 18 पवित्र सीढ़ियां चढ़ीं और भगवान अय्यप्पा के पवित्र सान्निध्य में दर्शन किए। उनकी अगवानी केरल के देवस्वम मंत्री वी.एन. वसवन और त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (टीडीबी) के अध्यक्ष पी.एस. प्रशांत ने की। मंदिर के तंत्री कंदारारू महेश मोहनारू ने उनका 'पूर्ण कुम्भ' के साथ स्वागत किया।

    राष्ट्रपति ने सिर पर पवित्र थैली रखकर भगवान अय्यप्पा का दर्शन किया और पूजा के लिए अपनी थैली मंदिर की सीढ़ियों पर रखी। इसके बाद, उन्होंने पास के वावरस्वामी और मलिकाप्पुरम मंदिरों में भी पूजा-अर्चना की।

    टीडीबी ने भेंट की अय्यप्पा की मूर्ति

    दर्शन के बाद, टीडीबी अधिकारियों ने राष्ट्रपति को भगवान अय्यप्पा की एक मूर्ति भेंट की। राष्ट्रपति के दौरे के दौरान भक्तों के दर्शन पर रोक लगाई गई थी। पूजा और दर्शन के बाद, राष्ट्रपति ने अतिथिगृह में दोपहर का भोजन किया और थोड़ा विश्राम किया। इसके बाद, वे दोपहर 2:20 बजे पांबा से राजीव गांधी इंडोर स्टेडियम, प्रमादम के लिए रवाना हुईं।

    राष्ट्रपति सुबह 8:40 बजे हेलीकॉप्टर से प्रमादम पहुंची थीं, जहां उनकी अगवानी मंत्री वसवन, पथानमथिट्टा सांसद अंतो एंटनी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने की थी।

    चार दिवसीय आधिकारिक दौरे पर केरल पहुंची राष्ट्रपति

    राष्ट्रपति मुर्मु मंगलवार शाम को चार दिवसीय आधिकारिक दौरे पर तिरुवनंतपुरम पहुंची थीं। गुरुवार को वे राज भवन में पूर्व राष्ट्रपति के.आर. नारायणन की प्रतिमा का अनावरण करेंगी, वर्कला में शिवगिरी मठ में श्री नारायण गुरु की महासमाधि शताब्दी समारोह का उद्घाटन करेंगी और कोट्टायम जिले के पाला में सेंट थॉमस कॉलेज के प्लेटिनम जयंती समारोह के समापन समारोह में शामिल होंगी।

    24 अक्टूबर को वे एर्नाकुलम में सेंट टेरेसा कॉलेज के शताब्दी समारोह में शामिल होकर अपने केरल दौरे का समापन करेंगी।

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