पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाला DRDO कर्मी गिरफ्तार, सुरक्षा एजेंसियां उस पर रख रही थी नजर
सुरक्षा एजेंसियों ने सोमवार देर रात पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले डीआरडीओ कर्मी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित का नाम महेंद्र प्रसाद है वह उत्तराखंड के अल्मोड़ा का रहने वाला है। महेंद्र वर्तमान में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे जैसलमेर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के विश्राम गृह के प्रबंधक के तौर पर काम कर रहा था।

जागरण संवाददाता, जयपुर। सुरक्षा एजेंसियों ने सोमवार देर रात पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले डीआरडीओ कर्मी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित का नाम महेंद्र प्रसाद है वह उत्तराखंड के अल्मोड़ा का रहने वाला है।
पैसे के लालच में पाकिस्तान के लिए कर रहा था जासूसी
महेंद्र वर्तमान में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे जैसलमेर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के विश्राम गृह के प्रबंधक के तौर पर काम कर रहा था। यह विश्राम गृह सामरिक दृष्टि से काफी संवेदनशील माना जाता है। इसमें भारतीय सेना के अधिकारी, विशेषज्ञ और वैज्ञानिक नियमित रूप से आकर ठहरते हैं।
संयुक्त जांच कमेटी आरोपित से पूछताछ करेगी
सैन्य खोज, परीक्षण, अभ्यास और कार्रवाई को लेकर यहां बैठक होती रहती है। जैसलमेर के जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे ने बताया कि आरोपित को मंगलवार को संयुक्त जांच कमेटी को सौंपा गया है। अब संयुक्त जांच कमेटी आरोपित से पूछताछ करेगी।
महेंद्र वर्ष 2018 से प्रबंधक के तौर पर विश्राम गृह में कार्यरत है। सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली थी कि महेंद्र ने कई सामरिक जानकारियां अपने मोबाइल से पाकिस्तान में भेजी थी, जिसके बदले इसको पैसे मिले थे। पिछले दिनों उसके मोबाइल पर पाकिस्तान से फोन आने के बाद से वह सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में था।
सुरक्षा एजेंसियां उस पर नजर रख रही थी
सुरक्षा एजेंसियां उस पर नजर रख रही थी। उसने कुछ सूचनाएं पाकिस्तानी संपर्क को साझा की थी। प्रारंभिक पूछताछ में महेंद्र ने कहा कि पाकिस्तान को कुछ भी नहीं भेजा। वर्ष 2020 में एक फोन आया था। इसके बाद एक पर्ची भेजी थी। इसमें विश्राम गृह में रूकने की तारीख थी। मुझे पर्ची भेजने को कहा गया था। इससे ज्यादा जानकारी नहीं है।
पोखरण फायरिंग रेंज के निकट से किया गया गिरफ्तार
सुरक्षा एजेंसियों को महेंद्र से होने वाली पूछताछ में कुछ अधिक जानकारी मिलने की उम्मीद है। मालूम हो कि सुरक्षा एजेंसियों ने इस वर्ष अब तक राजस्थान के सीमावर्ती इलाके में छह लोगों को जासूसी के आरोप में पकड़ा है। इनमें मई महीने में ही चार जासूस पकड़े गए हैं।
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