बेंगलुरु की स्टार्टअप कंपनी ने रचा कीर्तिमान, लॉन्च की गई पहली भारतीय कमर्शियल सैटेलाइट; क्या है स्पेस मिशन का लक्ष्य?
दिगंतारा की प्राइवेट सैटेलाइट (satellite constellation) को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित कर दिया गया है। यह भारत की पहली प्राइवेट कंपनी की सैटेलाइट है जिसे स्पेस में प्रक्षेपति किया गया है। अंतरिक्ष यान की सुरक्षा सुनिश्चित करने में यह सैटेलाइट अहम भूमिका निभाएगी। पृथ्वी के चारों ओर की कक्षाएं उपग्रहों के साथ-साथ अंतरिक्ष मलबे से भरी हुई हैं। इस मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष की सुरक्षा मजबूत करना है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बेंगलुरु की स्टार्टअप कंपनी दिगंतारा (Digantara) ने बड़ा कारमाना कर दिखाया है। दिगंतारा की प्राइवेट सैटेलाइट (satellite constellation) को अंतरिक्ष में लॉन्च कर दिया गया। वहीं, इस सैटेलाइट को स्पेस में प्रक्षेपित भी कर दिया गया है। यह भारत की पहली प्राइवेट कंपनी की सैटेलाइट है, जिसे स्पेस में प्रक्षेपति किया गया है।
दिगंतरा का स्पेस कैमरा फॉर ऑब्जेक्ट ट्रैकिंग (SCOT), पांच सेंटीमीटर जितनी छोटी वस्तुओं को ट्रैक करने में सक्षम होगा। कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से स्पेसएक्स फॉल्कन-9 रॉकेट से सैटेलाइट को स्पेस में प्रक्षेपित किया गया।
कितना महत्वपूर्ण है ये सैटेलाइट?
अंतरिक्ष यान की सुरक्षा सुनिश्चित करने में यह सैटेलाइट अहम भूमिका निभाएगी। पृथ्वी के चारों ओर की कक्षाएं उपग्रहों के साथ-साथ अंतरिक्ष मलबे से भरी हुई हैं।
पिछले महीने, इसरो को कक्षा के मार्ग में ऐसे मलबों की अधिकता के कारण स्पैडेक्स मिशन की लॉन्चिंग को दो मिनट के लिए टालना पड़ा था। कम से कम 25 हजार किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे अंतरिक्ष यान पर मलबे के टुकड़े का हल्का टकराव भी घातक साबित हो सकता है।
SCOT. Separation Confirmed.
— Digantara (@Digantarahq) January 14, 2025
Now begins the commissioning and unlocking the future of space surveillance. pic.twitter.com/Y4ahgZOTWz
क्या है मिशन का उद्देश्य?
दिगंतारा एयरोस्पेस के संस्थापक अनिरुद्ध शर्मा ने कहा कि इस मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष की सुरक्षा मजबूत करना है। सैटेलाइट लो अर्थ ऑर्बिट (एलईओ) में वस्तुओं को ट्रैक कर सकेगा।
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