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    Warranty और Guarantee के मामले में अगर आपको भी है उलझन, तो समझ लें दोनों में क्या है बड़ा अंतर

    By Piyush KumarEdited By: Piyush Kumar
    Updated: Tue, 28 Mar 2023 05:17 PM (IST)

    वैरेंटी एक प्रकार का लिखित दस्तावेज होता है। जब भी आप कोई सामान खरीदते हैं या फिर कोई सर्विस लेते हैं तो मैनुफेक्चरर की ओर से आपको एक वारंटी कार्ड दिया जाता है। वहीं गांरटी में जरूरी नहीं है कि आपको लिखित में कोई आश्वासन मिले।

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    जानें वारंटी (Warranty) या गारंटी (Guarantee) में अंतर क्या है।

    नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। कोई भी महंगी सामान खरीदने से पहले ग्राहक को इस बात की कौतूहल होती है कि आखिर इस सामना की कितनी साल की वारंटी (Warranty) या गारंटी (Guarantee) है। बाजार में कुछ सामनों की गारंटी होती है तो कुछ की वैरेंटी।

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    गौरतलब है कि कई लोगों को इन दोनों के बीच अंतर को लेकर दुविधा होती है। क्या आपको भी इन दोनों के बीच अंतर को लेकर दुविधा है। यदि हां, तो हम आपको इन दोनों के बीच अंतर बताते हैं।

    जानें क्या होती है वारंटी

    वारंटी एक प्रकार का लिखित दस्तावेज होता है। जब भी आप कोई सामान खरीदते हैं या फिर कोई सर्विस लेते हैं, तो मैनुफेक्चरर की ओर से आपको एक वारंटी कार्ड दिया जाता है, जिसमें उत्पाद में किसी भी प्रकार की कोई कमी होने या फिर खराब होने या फिर सेवा में दिक्कत होने की वजह से उसे रिपेयर किया जाता है। इसके लिए आपसे कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। यह मैनुफेक्चरर अपने खर्चे पर सामान ठीक करता है।

    कुछ समय के लिए होती है वैध

    ग्राहकों को मिलने वाली वारंटी सिर्फ कुछ समय के लिए वैध होती है। इसके बाद सर्विस या सामान में कमी होने पर रिपेयर करने की स्थिति में आपको पैसे देने पड़ते हैं। हालांकि, आप कुछ रुपयों को भुगतान कर वारंटी को बढ़ा भी सकते हैं।

    क्या होती है गारंटी

    गांरटी में भी ग्राहक द्वारा खरीदे गए सामान या सर्विस की मरम्मत की जाती है। इसके लिए भी आपसे रुपये नहीं लिये जाते हैं। हालांकि, इसमें जरूरी नहीं है कि आपको लिखित में कोई आश्वासन मिले, जैसा कि वारंटी में होता है। यह सामान्य तौर पर बिना लिखित के ही दी जाती है। यदि गारंटी पीरियड में उत्पाद में किसी प्रकार की कोई कमी रहती है, तो ग्राहक अपने उत्पाद की मरम्मत कराने के साथ ही उसे पूरी तरह से बदलवा भी सकते हैं।

    दोनों में प्रमुख अंतर

    -वारंटी में एक समय बाद पैसों का भुगतान करना पड़ता है, जबकि गारंटी में ऐसा नहीं है। यहां आपको पैसे नहीं देने होते हैं।

    -गारंटी लिखित या मौखिक हो सकती है, लेकिन वारंटी हमेशा लिखित ही होती है।

    -गारंटी के दौरान सामान में कमी होने पर आपको पूरा पैसा वापस हो सकता है, लेकिन वारंटी में ऐसा नहीं है।

    -गारंटी में आपका उत्पाद पूरी तरह से बदला जा सकता है, लेकिन वारंटी में ऐसा नहीं है। आपके उत्पाद की सिर्फ मरम्मत की जा सकती है।