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    दिवाली से पहले फ्लाइट से यात्रा करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, DGCA ने किराए को लेकर एयरलाइंस को दी कड़ी चेतावनी

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 07:03 PM (IST)

    दिवाली से पहले हवाई किराए में होने वाली संभावित वृद्धि को देखते हुए डीजीसीए ने एयरलाइंस को टिकटों के दाम बेतहाशा न बढ़ाने की चेतावनी दी है। नियामक संस्था ने एयरलाइंस को फ्लाइट क्षमता बढ़ाने और किराए को सामान्य रखने के निर्देश दिए हैं ताकि यात्रियों को त्योहारी सीजन में ज्यादा कीमत न चुकानी पड़े।

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    दिवाली से पहले फ्लाइट से यात्रा करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिवाली से पहले हवाई यात्रियों की भारी मांग को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइंस को चेतावनी दी है कि वे टिकटों के दाम बेतहाशा न बढ़ाएं। नियामक संस्था ने सभी घरेलू एयरलाइंस को फ्लाइट क्षमता बढ़ाने और किराए को सामान्य रखने के निर्देश दिए हैं, ताकि यात्रियों को त्योहारी सीजन में ज्यादा कीमत न चुकानी पड़े।

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    DGCA ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि उसने एयरलाइंस से सक्रिय रूप से बातचीत की है ताकि यात्रियों को अत्यधिक टिकट दरों का बोझ न उठाना पड़े। यह कदम देशभर के प्रमुख हवाई मार्गों पर किरायों के रुझानों की समीक्षा के बाद उठाया गया है।

    DGCA के निर्देश

    डीजीसीए के निर्देश के बाद प्रमुख एयरलाइंस ने अक्टूबर और नवंबर के लिए सैकड़ों अतिरिक्त उड़ानों की घोषणा की है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने बताया कि वह 42 रूट्स पर करीब 730 अतिरिक्त उड़ानें चलाएगी।

    वहीं, एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस मिलकर 20 रूट्स पर 486 अतिरिक्त उड़ानें जोड़ेंगी। स्पाइसजेट ने भी 38 सेक्टरों में 546 नई उड़ानें शुरू करने की योजना बनाई है। DGCA के प्रवक्ता ने कहा कि यह संस्था त्योहारी सीजन में किराए और उड़ानों पर सख्त निगरानी रखेगी ताकि यात्रियों के हित सुरक्षित रहें।

    बीते वर्षों में बढ़ा था किराया

    बीते कुछ वर्षों में त्योहारों और छुट्टियों के समय हवाई किराए में अचानक उछाल पर यात्रियों ने कई बार शिकायत की है। अधिकारियों का कहना है कि भारत की ओपन स्काई पॉलिसी के तहत एयरलाइंस अपने दाम खुद तय कर सकती है, लेकिन अगर किराए असामान्य रूप से बढ़ते हैं तो सरकार दखल देने का अधिकार रखती है।

    DGCA के ताजा आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अगस्त 2025 के बीच घरेलू एयरलाइंस ने 1107.26 लाख यात्रियों को सफर कराया, जो पिछले साल की तुलना में 4.99% की बढ़ोतरी है। हालांकि, अगस्त महीने में ट्रैफिर 1.4% घटा, जिसकी वजह मानसून के चलते उड़ान रद और देरी बताई गई है।

    भारतीय बाजार में किसकी कितनी हिस्सेदारी?

    भारतीय हवाई बाजार में इंडिगो का मार्केट शेयर 64.2% है, जो उसे सबसे बड़ा खिलाड़ी बनाता है। इसके बाद एअर इंडिया ग्रुप की हिस्सेदारी 27.3% है। आकासा एयर लगातार बढ़त बनाए हुए है और उसका हिस्सा अब 5.4% है। वहीं, स्पाइसजेट की हिस्सेदारी घटकर सिर्फ 2% रह गई है। फ्लाई बिग, फ्लाई91 और स्टार एयर जैसी छोटी एयरलाइंस मिलकर 1% से भी कम बाजार पर कब्जा रखती हैं।

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